Wrestlers Vs Delhi Police : जंतर-मंतर पर रविवार को पुलिस से हुई झड़प के बाद पहलवान सोमवार को दिल्ली से रवाना हो गए। इससे पहले रविवार को नई सांसद के सामने महिला महापंचायत को लेकर पहलवानों और पुलिस के बीच हाथापाई हुई थी। पुलिस ने पहलवानों समेत 109 लोगों पर दंगा फैलाने, सरकारी काम में बांधा डालने जैसे आरोपों के तहत केस दर्ज किया है।
इस मुद्दे पर पहलवान योगेश्वर दत्त ने कहा कि विपक्षी दलों ने पहलवानों का गलत इस्तेमाल किया और देश की छवि खराब करने की कोशिश की। पहलवानों की मांग थी कि एफआईआर दर्ज की जाए और इसे दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दत्त का यह बयान दिल्ली पुलिस द्वारा रविवार को पहलवानों को हिरासत में लिए जाने की मद्देनजर आया है। पहलवान बजरंग पुनिया साक्षी मलिक और अन्य को पुलिस ने रविवार को 10 घंटे तक हिरासत में रखा और बाद में दिन में रिहा कर दिया।
#WATCH | "Opposition parties misused the wrestlers and tried to tarnish the image of the country. Wrestlers' demand was to register an FIR and it has been registered and police are investigating the matter," says Yogeshwar Dutt, former wrestler on scuffle between protesting… pic.twitter.com/vBUjSYWRSR
— ANI (@ANI) May 29, 2023
पहलवानों ने पुलिस के बैरिकेड्स तोड़े
महिला पहलवानों ने अपने विरोध के तहत नई संसद के सामने ‘महिला महापंचायत’ की घोषणा की थी। पहलवानों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ दिया और नए संसद भवन की ओर बढ़ गए। इसके तुरंत बाद उन्हें बसों में भरकर अलग-अलग जगहों पर ले जाया गया।
पूनिया बोले- यह देश का दुर्भाग्य
बजरंग पुनिया ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह हमारे देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि नए संसद भवन का उद्घाटन किया जा रहा था और वहां पहलवानों के यौन शोषण का आरोपी मौजूद था।
इस घटना को लेकर विपक्ष ने केंद्र पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि अहंकारी राजा लोगों की आवाज को कुचल रहे है। जबकि ममता बनर्जी ने कहा कि शर्मनाक है हमारे चैंपियन के साथ इस तरह का व्यवहार किया जाता है।