झुंझुनूं-खेतड़ी(खरखड़ा) : खेतड़ी नगर थाना क्षेत्र के खरखड़ा निवासी महिपाल मेघवाल की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। शुक्रवार को 6 सूत्री मांग को लेकर ग्रामीण अस्पताल के सामने धरने पर बैठ गए हैं। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए डीएसपी को हटाने की मांग की है।
ग्रामीणों ने शव नहीं उठाने की दी चेतावनी
इस दौरान मांगे नहीं माने जाने तक ग्रामीणों ने महिपाल मेघवाल का शव नहीं उठाने की चेतावनी दी है, जिसके चलते दो दिन से खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखा हुआ है। विरोध कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि महिपाल मेघवाल की सरे आम मंदिर में पीट कर हत्या कर दी गई। इसके बावजूद भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। वहीं पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करने की बजाय मामले को दबाने का प्रयास किया है।
आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग
ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस प्रशासन राजनीतिक दबाव के चलते आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रहा है। जिसके चलते मेघवाल समाज में आक्रोश पनप रहा है। मामले में समझाइश करने को लेकर गुरुवार को एएसपी डॉ तेजपाल सिंह भी खेतड़ी आए थे, जिन्होंने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए छह टीमों का गठन कर जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था, लेकिन ग्रामीणों ने एएसपी के आश्वासन को नकारते हुए छह सूत्री मांगे पूरी करने की बात कही।
ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी
ग्रामीणों ने बताया कि जब तक प्रशासन की ओर से उनकी मांग वारदात के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने, मृतक के पुत्र को नौकरी दिलाने, परिवार को उचित मुआवजा देने सहित अन्य मांगों को पूरा नहीं किया गया। तब तक ग्रामीणों की ओर से अस्पताल के बाहर अनिश्चित काल के लिए धरना जारी रहेगा। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध जताया।
प्रशासन की ओर से कानून व्यवस्था को बनाए रखने को लेकर खेतड़ी, सिंघाना, खेतड़ी नगर, मेंहाडा, पचेरी कला सहित आरएसी का जाब्ता भी मौके पर बुलाया गया है। इसके अलावा खेतड़ी के तत्कालीन सीआई विनोद सांखला को भी नवलगढ़ से ग्रामीणों से समझाइश वार्ता को लेकर बुलाया गया है।