UPSC : UPSC एग्जाम के रिजल्ट में राजस्थान के कई होनहारों ने बाजी मारी है। देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक UPSC के इंटरव्यू में कई सवाल ऐसे पूछे गए, जिनके आगे होनहार कैंडिडेट्स भी गच्चा खा गए। यही कारण है कि UPSC के इंटरव्यू में पूछे जाने वाले सवालों के बारे में हर किसी को दिलचस्पी रहती है।
इंटरव्यू में न सिर्फ कैंडिडेट के सब्जेक्ट और हॉबी से जुड़े, बल्कि उसके प्रोफाइल और लीक से हटकर सवाल पूछकर उनका कॉन्फिडेंस, नॉलेज और प्रजेंस ऑफ माइंड परखा जाता है। ऐसे प्रश्न पूछ लिए जाते हैं, जिनके बारे में जानकर आपको भी हैरानी होगी।
जैसे इस बार राजस्थान के नागौर की एक कैंडिडेट मैना कुमारी से पूछ लिया गया कालबेलिया नाचते क्यों हैं? सीकर के पंकज से पूछा गया कि क्या बच्चों का आईक्यू लेवल बढ़ाने के लिए उनके दिमाग में इंटेलिजेंस चिप फिट नहीं कर देनी चाहिए। इसी तरह जयपुर की एक कैंडिडेट से अचानक पूछ लिया गया, आपके सरनेम का मतलब बताइए।
राजस्थान से UPSC-2022 में सिलेक्ट होने वाले कैंडिडेट्स ने इंटरव्यू में ऐसे ही मजेदार सवालों और उनके जवाब के बारे में बताया।
जानिए- UPSC सिलेक्टेड कैंडिडेट्स से कैसे-कैसे सवाल पूछे जाते हैं….
अभिजीत : जयपुर के गोपालपुरा स्थित अर्जुन नगर में रहने वाले अभिजीत ने देशभर में 440वीं रैंक हासिल की है। यह अभिजीत का दूसरा अटेम्प्ट था। इससे पहले उसने मुंबई में बीटेक के साथ ही यूपीएससी की तैयारी की थी। पहले अटेम्प्ट में मेंस एग्जाम में रह गए थे। ऐसे में इस बार उसने और ज्यादा मेहनत के साथ फिर से UPSC की तैयारी की। अभिजीत ने बताया कि उनसे इंटरव्यू में 7-8 सवाल किए गए। ज्यादातर बेसिक थे, लेकिन करंट के मुद्दों में उनसे सेम सेक्स मैरिज पर सवाल पूछा गया।
सवाल- सेम सेक्स मैरिज सही और गलत क्या है?
जवाब- सेम सेक्स मैरिज एक ऐसा मुद्दा या मामला है, जिसकी लीगेलिटी तय करने का जिम्मा समाज पर ही छोड़ देना चाहिए। ये मामला समाज से ही जुड़ा है, और सबसे ज्यादा उसे ही प्रभावित करने वाला है।
अनुप्रिया : बीकानेर में हेल्थ डिपार्टमेंट में संयुक्त निदेशक डॉ. देवेंद्र चौधरी की बेटी अनुप्रिया को UPSC में 239वां स्थान मिला है। अनुप्रिया फिलहाल दिल्ली में हैं। अनुप्रिया ने जयपुर के MNIT से बीटेक किया है। बीटेक करने के साथ ही उसने UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी। अनुप्रिया ने चौथी बार इस परीक्षा को दिया है, चारों ही बार उसने मेन एग्जाम क्लियर किया। दूसरी बार इंटरव्यू दिया है।
सवाल- रूस-यूक्रेन वार कब ख़त्म होगा? और इसे ख़त्म करने के लिए भारत क्या रोल निभा सकता है?
जवाब- युद्ध के चलते देश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक स्थिति के साथ-साथ वहां का आम जनजीवन भी बिगड़ जाते हैं। ऐसे में मेरा मानना है कि रशिया और यूक्रेन दोनों ही युद्ध ख़त्म करना चाहते होंगे, लेकिन उन्हें अब इससे बाहर आने का विकल्प नहीं मिल रहा है। वहीं, कुछ दूसरे देश इस लड़ाई में अपना फायदा देख रहे है। अगर पीस कीपिंग के लिए दोनों ही देश को टेबल टॉक करवाई जाए तो इससे युद्ध समाप्ति का रिजल्ट जल्दी ही आ सकता है।
भारत इस युद्ध को ख़त्म करवाने में अहम रोल निभा सकता है क्योंकि भारत के रूस और यूक्रेन दोनों ही देश से बढ़िया रिलेशन है। इसके अलावा दुनिया में पीस कीपिंग के मामले में भारत की पीस कीपिंग फ़ोर्स का रोल सबसे बड़ा रहा है।
सवाल- पश्चिमी राजस्थान की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं क्या हैं? और इनका समाधान क्या है?
जवाब- पश्चिमी राजस्थान में मात्र-शिशु मृत्यु दर का ज्यादा होना सबसे बड़ी समस्या है। CHC, PHC और कम्युनिटी हेल्थ सेंटर्स पर सुविधाओं के अभाव और स्टाफ की कमी बड़ा कारण है। ऐसे में अगर सुविधाओं का विस्तार करते हुए स्टाफ की उपलब्धता और प्रॉपर मॉनिटरिंग हो तो इसमें कमी लाई जा सकती है। इतना ही नहीं आंगनबाड़ी वर्कर्स और आशा सहयोगी के माध्यम से जागरूकता लाकर संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के प्रयास करने चाहिए।
पंकज वर्मा : पंकज वर्मा ने UPSC में ऑल इंडिया 515वीं रैंक हसिल की है। वह सीकर जिले के खंडेला के गांव धीरजगढ़ के रहने वाले हैं। UPSC में उनका यह 1st इंटरव्यू था और तीसरा अटेम्प्ट था, जिसमें उन्होंने सफलता हासिल की। पंकज वर्मा के पिता राम सिंह वर्मा गुरारा के सरकारी स्कूल में पीटीआई शिक्षक हैं और मां हाउसवाइफ। पंकज के छोटे भाई केशव ने हाल ही बीएससी कंप्लीट की है। वहीं पंकज ने रोपड़ पंजाब से आईआईटी कंप्यूटर साइंस में बीटेक की है। साल 2014 में 12वीं साइंस पीसीएम में उन्होंने सीकर जिला मेरिट में 7वां स्थान प्राप्त किया था।
सवाल- वेट लिफ्टिंग में पावर लगती है, इसके बावजूद इसमें मैडल राजस्थान और हरियाणा के बजाय नार्थ ईस्ट के लड़के-लड़कियां ले जाते है, ऐसा क्यों ?
जवाब- सर देखिए- वेट लिफ्टिंग पावर के साथ-साथ जबरदस्त टेक्नीक का स्पोट्र्स भी है। नार्थ ईस्ट के लोगों का कल्चर भी है। ऐसे में इसे ताकत से तो कतई नहीं जोड़ना चाहिए। वहीं वहां के कल्चर में बहुत हार्ड वर्क भी है। ऐसे में बेहतर टेक्नीक और हार्ड वर्क की मजबूती से ही उन्हें मेडल मिलते हैं।
सवाल- क्या बच्चों का आईक्यू बढ़ाने के लिए उनके दिमाग में इंटेलिजेंस चिप लगा देनी चाहिए?
जवाब- नहीं सर, ऐसा नहीं कर सकते। बच्चे छोटे जरूर है, लेकिन उनके भी अधिकार है। हमें आईक्यू से ज्यादा उनके इमोशनल इंटेलिजेंस पर ध्यान देना चाहिए। आईक्यू तो अपने आप बढ़ जाएगा। वैसे भी हम उन्हें मशीन नहीं बना सकते हैं।
भाविका थानवी : जोधपुर के निवासी भाविका थानवी ने 100 रैंक हासिल की है। भाविका के पिता डॉक्टर विकास थानवी जयपुर में क्लिनिक चलाते हैं। उनकी माता राधा थानवी भी साइकोलॉजिस्ट हैं। भाविका का यह दूसरा प्रयास था और उन्होंने पूरी तैयारी घर पर रहकर ही की थी। भाविका ने भास्कर से बातचीत में बताया कि उनसे ज्यादातर सवाल तो सब्जेक्ट बैकग्राउंड के थे। लेकिन अचानक से इंटरव्यू में ऐसा सवाल पूछ लिया गया जिसकी उन्होंने अपेक्षा भी नहीं की थी।
सवाल- आपके थानवी सरनेम का क्या मतलब है? इसे गूगल करके भी जवाब दे सकते हैं?
जवाब : सर, इसका कोई मतलब नहीं है और इसे गूगल पर भी नहीं ढूंढा जा सकता है। कई चीजें आपको गूगल पर भी नहीं मिल सकती हैं।
मैना : नागौर जिले के मारवाड़ मूंडवा के पास छोटा से गांव खुड़खड़ा कलां में किसान परिवार की बेटी मैना देवी ने UPSC एग्जाम में सफलता हासिल की है। मैना की 613 वीं रैंक आई है।
सवाल- कालबेलिया ट्राइबल की क्या हिस्ट्री है? ये नाचते क्यों हैं?
जवाब- सर, कालबेलिया ट्राइबल पहले सांपों और जहरीले जीवों को पकड़कर उनसे अपना जीवन यापन करते थे। समय के साथ ही हमारे देश में वाइल्ड लाइफ एक्ट बन गया और इनके काम पर प्रतिबन्ध लग गया। ऐसे में इन्होंने अपनी लाइफ चलाने के लिए अपने कल्चर को ही प्रोफेशन बना लिया। इनके कल्चर में नाच, गाना बेहद इम्पोर्टेन्ट होता है।
सवाल- आपके जिले में फ्लोराइड के चलते एलिफेंट फुट डिजीज की समस्या होती है, इसके लिए क्या कदम उठाएगी?
जवाब- इस सवाल को सुनकर में चौंक गई थी। काफी सोच विचार किया तो मुझे महसूस हुआ कि ये समस्या है ही नहीं। मैं समझ गई कि मुझे ट्रैप किया जा रहा है तो मैंने तुरंत ही उन्हें बता दिया कि नहीं सर, ये बीमारी फ्लोराइड के पानी से नहीं होती है। आप मुझसे गलत सवाल पूछ रहे हैं।
अभिषेक परिहार : जैसलमेर के धायसर गांव के निवासी अभिषेक परिहार मेघवाल ने 906 रैंक हासिल की है। अभिषेक के पिता प्रोफेसर अरविंद परिहार जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग से सेवानिवृत्त है। उनका एक भाई हालही में कंप्यूटर अनुदेशक पद पर लगा है। अभिषेक का यह चौथा प्रयास था और उन्होंने पूरी तैयारी घर पर रहकर ही की थी। सिर्फ मॉक टेस्ट के लिए वे जयपुर तैयारी करने गए थे।
सवाल- हिजाब के मामले को क्या मानते है? क्या स्कूल में यूनिफार्म होनी चाहिए ?
जवाब- सर, इस मामले में कर्नाटक हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने अपने जजमेंट दिए हैं। मैं इन्ही आदेश को सही मानता हूं। स्कूल में एकरूपता और समानता के लिए यूनिफॉर्म होना ही चाहिए। इसके साथ ही हर किसी को अपनी रिलिजियस एक्टिविटी को फॉलो करने के लिए भी स्वतंत्रता होनी चाहिए। साथ ही साथ मैं मानता हूं बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भी पूरा फोकस्ड होना ही चाहिए।
सवाल- देश-समाज में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का क्या प्रभाव पड़ता है? क्या इसका रोल पॉजिटिव है या नेगेटिव?
जवाब- सर, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर मौजूदा टाइम में बहुत ही पावरफुल हो गए है। हाल में तो इनका सही से ज्यादा गलत इम्पेक्ट ही ज्यादा दिखाई दे रहा है। ये यूथ को गलत तरीके से प्रोवोक कर रहे है, इसके चलते उनकी इमेज बिगड़ रही है। हालांकि कुछ इन्फ्लुएंसर पॉजिटिव बदलाव लाने का काम भी कर रहे है।
सवाल- राजस्थान में स्वयंसेवी संगठनों का क्या योगदान है? किसी एक के बारे में बताएं ?
जवाब- सर, राजस्थान में कई स्वयंसेवी संगठन बहुत ही बढ़िया काम कर रहे हैं। इसमें पश्चिमी राजस्थान में बॉर्डर एरिया में पाकिस्तान से आई रिफ्यूजी महिलाएं मिलकर अपना स्वयंसेवी संगठन चला रही हैं। इसमें ये महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम करती है।
पूजा बारवाल, भाडौती (सवाई माधोपुर) UPSC रैंक : 806
सवाई माधोपुर के भाड़ौती गांव कि रहने वाली पूजा बारवाल ने पहले प्रयास में UPSC एग्जाम क्लियर किया है। पूजा के पिता शंभू दयाल मीना वर्तमान में कोटा सिटी एडीएम के पद पर कार्यरत हैं। मां हाउस वाइफ हैं। ताऊ दीनदयाल मीणा वर्तमान में भाड़ोती ग्राम पंचायत के सरपंच हैं। पूजा ने बताया कि उनसे इंटरव्यू में 7-8 सवाल किए गए। ज्यादातर लॉ से जुड़े थे, लेकिन करंट के मुद्दों में उनसे यूपी में सारस और इंसानी प्रेम को लेकर वाइल्ड लाइफ एक्ट का बड़ा अलग सवाल पूछा गया।
सवाल- यूपी में एक सारस और एक व्यक्ति का आपस में लगाव हो गया था। वाइल्ड लाइफ एक्ट होने की वजह से इसकी अनुमति नहीं थी, उसे गिरफ्तार किया गया। अगर आप वहां कलेक्टर होती तो कैसे हैंडल करतीं?
जवाब- मैम, ये बायोडायवर्सिटी और ह्यूमन एंगल का बहुत ही अच्छा उदाहरण है। हालांकि देश में वाइल्ड लाइफ एक्ट है और मैं भी इसी की पालना करती। फिर भी इस मामले में सख्ती के एक्शन के बजाय संवेदनशीलता रखते हुए हैंडल करने का प्रयास करती।
सवाल- आजकल हम देखते हैं कि निचली अदालतें किसी मामले में एक आरोपी को सजा सुनाती हैं, लेकिन ऊपरी अदालतें उस सजा को हटाकर मुलजिम को बाइज्जत बरी कर देती हैं। तो क्या ऐसे में निचली अदालतों के जजों को गलत फैसलों के लिए पनिशमेंट का प्रावधान होना चाहिए?
जवाब- नहीं सर, अगर ऐसा हुआ तो जज फैसले देने से कतराएंगे। फिर तो स्वतंत्र न्याय की परिकल्पना ही खत्म हो जाएगी। अलग-अलग फैसलों के भी कई कारण हैं, जैसे साक्ष्य और गवाह।
राकेश परिहारिया (घांची), बूसी (पाली) UPSC रैंक : 773
पाली जिले के छोटे से गांव बूसी में रहने वाले 26 साल के राकेश परिहारिया (घांची) ने 773वीं रैंक हासिल की है। राकेश कुमार पुत्र अमराराम परिहारिया (घांची) की 10वीं तक पढ़ाई पाली जिले के बूसी गांव में हुई। उसके आगे की पढ़ाई उन्होंने कोटा में रहकर पूरी की। साइंस-मैथ्स के स्टूडेंट रहे। कॉलेज पूरा करने के बाद UPSC की तैयारी के लिए बेंगलुरु चले गए। कमरा किराए पर लेकर रहे। तीन सालों से तैयारी कर रहे थे। इस बार उन्हें सफलता मिली है। राकेश ने बताया कि उनसे इंटरव्यू में 7-8 सवाल किए गए। करंट के मद्दों में उनसे पाली में पानी की समस्या, ब्लैकमनी और नक्सल कंट्रोल को लेकर भी सवाल पूछे गए।
सवाल- आपने इललीगल सोर्स से काफी ब्लैकमनी कमाई हुई है, लेकिन अब आपने टैक्स जमा करा दिया है तो क्या वह ब्लैकमनी अब व्हाइट में बदल गई है?
जवाब- इनकम टैक्स जमा कराने के बाद ब्लैकमनी को व्हाइट किया जा सकता है, लेकिन इसका ये मतलब कतई नहीं है कि मेरे द्वारा इललीगल तरीके से ब्लैकमनी कमाने के गुनाह से में बरी हो गया। उसकी कानूनी कार्रवाई तब भी मेरे ऊपर हो सकती है।
सवाल- आप SP हैं और एक नक्सली एरिया में कार्रवाई के लिए गए हैं। आपके पास 2 जवान हैं, जिनमें से एक की हाल ही में शादी हुई है और दूसरा बूढ़े-मां बाप का इकलौता सहारा है। ऐसे में आप किस जवान को कार्रवाई के लिए पहले नक्सलियों के सामने भेजेंगे?
जवाब- सर, ऐसे में हाल ही में शादीशुदा हुए जवान को ही मैं सबसे पहले नक्सलियों पर कार्रवाई के लिए भेजूंगा। क्योंकि उसकी पत्नी अभी जवान है, कल को कुछ गलत होता है तो उसे अपनी जिंदगी को दोबारा बसाने के अवसर तो हैं ही, साथ में उसके पीहर और ससुराल में उसका ध्यान रखने वाले भी हैं। इसके उलट इकलौते बेटे के साथ कुछ गलत होता है तो बूढ़े मां-बाप का जीवनयापन संकट में आ सकता है।
सवाल- पाली की पानी की समस्या कैसे खत्म कर सकते हैं?
जवाब- सर, इसके लिए नहरी पानी की पहुंच बनाना जरूरी है। इसके अलावा जवाई बांध से आने वाले पानी का प्रॉपर मैनेजमेंट किया जा सकता है। पाली में गेहूं की ज्यादा खेती की जाती है और इसमें बहुत ज्यादा पानी लगता है। ऐसे में भूजल का काफी दोहन किया जाता है। किसानों को गेहूं के अलावा ज्वार, बाजरा जैसी खेती के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। क्योंकि ज्वार और बाजरा की खेती में पानी की ज्यादा जरूरत नहीं होती है।