जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : युवाओं के दिलों में बसने वाले स्वामी विवेकानंद पर पीएचडी व देश – विदेश में शोध कार्य करने के साथ – साथ विवेकानंद के सबसे बडे़ प्रचारक बने भीमसर गांव के युवा लेखक व चिन्तक डॉ. जुल्फिकार ने नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय भवन में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व वरिष्ठ नेता श्याम जाजू को अपनी पुस्तक ‘ स्वामी विवेकानंद चिन्तन एवं रामकृष्ण मिशन खेतड़ी ‘ और स्वामी विवेकानंद के पद – स्पर्श से पवित्र हुए स्थानों की फोटो भेंट की | इस फोटो में स्वामीजी के पद – स्पर्श से पवित्र हुए स्थान अलवर, जयपुर, किशनगढ़, अजमेर, माउंट आबू , खेतड़ी व जोधपुर आदि स्थानों को राजस्थान में 316 दिन कि प्रवास – यात्राओं को राजस्थान के मानचित्र में दर्शाया गया हैं | इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व वरिष्ठ नेता श्याम जाजू ने कहा कि स्वामीजी की अध्यात्मिक – यात्रा में राजस्थान का बहुत बड़ा योगदान रहा हैं | यह सत्य हैं कि महापुरुष देशकाल की सीमाओं से परे होते हैं, किन्तु किसी क्षेत्र या स्थान से उनका विशिष्ट सम्बन्ध जुड़ जाता हैं |
अगर राजस्थान को स्वामीजी की भाव भूमि कहा जाये तो यह गलत नहीं होगा क्योंकि राजस्थान ने ही स्वामी विवेकानंद के आध्यात्मिक तथा आत्मिक प्रवास में निर्णायक भूमिका निभाई | स्वामी विवेकानंद की तीन खेतड़ी यात्राओं और उनके प्रवास के दौरान (109 दिन ) में घटी विशिष्ट – घटनाओं के साथ – साथ स्वामी विवेकानंद पर लिख चुके पुस्तकें, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ( यूजीसी ) प्रोजेक्ट और अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनारों में भाग लेने के लिए तीन देशों के रामकृष्ण मठ व देश के सबसे प्रसिद्ध वेलूर मठ तथा 50 से अधिक रामकृष्ण मठ व मिशन संस्थाओं में रहकर अध्ययन से अवगत करवाने पर प्रशंसनीय बताया | इस अवसर पर भाजपा नेता श्याम जाजू ने कहा कि डॉ. जुल्फिकार स्वामीजी के संदेश को देशभर में व्यापक बनाते हुये विवेकानंद कैलेंडर व पुस्तक के माध्यम से घर – घर तक पहुंचाने का बहुत ही बड़ा नेक कार्य कर रहें हैं |