जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अंसार मुज़्तर
झुंझुनू : वन रैंक वन पेंशन की विसंगतियों को सैनिक बाहुल्य जिला झुंझुनू के पूर्व सैनिकों ने पूर्व सैनिक संघ झुंझुनू के बैनर तले हजारों की संख्या में जिला मुख्यालय पर जुझार सिंह पार्क में एकत्रित होकर सभा की वह वह सभी ब्लॉक से आए हुए ब्लॉक पदाधिकारियों वह पूर्व सैनिकों की सहमति से 19 सूत्री मांग तैयार कर जुझार सिंह पार्क से एक विशाल रैली के रूप में जिला परिषद पहुंचकर झुंझुनू सांसद नरेंद्र सिंह खिचड़ को देश के राष्ट्रपति प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के नाम अपना 19 सूत्री मांग पत्र सौंपा झुंझुनू सांसद ने अपने कार्यालय से बाहर आकर समस्त पूर्व सैनिकों और वीरांगनाओं के समक्ष पूर्व सैनिकों का ज्ञापन लिया और आश्वस्त किया कि संसद में उनकी मांग को पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा।
पूर्व सैनिक संघ उपाध्यक्ष कैलाश सुरा ने बताया दिल्ली जंतर मंतर पर आज सैनिकों के धरने का 70 वा दिवस है पर अभी तक सरकार का कोई प्रतिनिधि मंडल पूर्व सैनिकों से नहीं मिला है और पूर्व सैनिक आक्रोशित है यदि सरकार का यही रवैया रहा तो देश और प्रदेश के सैनिक हर जिला मुख्यालय जंतर मंतर की तर्ज पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे और सरकार को अपनी मांगे मानने के लिए मजबूर कर देंगे। जिला मुख्यालय पर वर्तमान में जिला सैनिक कल्याण कार्यालय के सामने हमारे बुजुर्ग पूर्व सैनिकों के नेतृत्व में सांकेतिक धरना चल रहा है। जिसको जल्दी ही रणनीति बनाकर जिला मुख्यालय पर स्थानांतरित किया जाएगा कार्यक्रम को पूर्व सैनिक संघ जिला अध्यक्ष कैप्टन ताराचंद नूनिया महासचिव कैप्टन अमरचंद खेदड़ उपाध्यक्ष कैप्टन टीपू सुल्तान कैप्टन लियाकत खान गौरव सेनानी शिक्षक राजपाल फोगाट कैप्टन मोहनलाल सूबेदार पोकर मल सूबेदार नंद देव सिंह आदि ने संबोधित किया।
इस दौरान नेवल संस्था अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह, चक बास सुनील डांगी, कैप्टन रामनिवास नेतङ सत्येंद्र मांजू सूबेदार मेजर कनीराम डूडी चिड़ावा ब्लॉक अध्यक्ष सूबेदार रामनिवास थाकन सूरजगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष कैप्टन विजय पाल सिंह राठौड़, बुहाना ब्लॉक अध्यक्ष बलवीर सिंह, उदयपुरवाटी ब्लॉक सचिव नेमीचंद कुलहरी, कैप्टन प्रताप सिंह नाडिया, सीपीओ लालचंद प्रेमी, लेफ्टिनेंट दिलीप झाझरिया सूबेदार राजेंद्र झाझरिया, कैप्टेन रफीक, सेना मैडल, कैप्टन देवकरण सिंह बूरडक कैप्टन विनोद कुमार सहित जिलेभर से आए हजारों की संख्या में पूर्व सैनिक उपस्थित रहे।