झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी को जिला बनाने की मांग को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन दिया है। इस दौरान ग्रामीणों ने सरकार द्वारा जल्द मांग नहीं मानने पर बड़े स्तर पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
एसडीएम को दिए ज्ञापन में बताया कि खेतड़ी को जिला बनाओ की मांग को लेकर संघर्ष समिति की ओर से पिछले एक माह से उपखंड कार्यालय के सामने धरना दिया जा रहा है। जिला बनाने की मांग को लेकर संघर्ष समिति व ग्रामीणों की ओर से उच्च स्तर पर भी अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन आमजन की भावनाओं को देखते हुए सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। सरकार द्वारा कोई प्रभावी कदम नहीं उठाने से अब ग्रामीणों में रोष उत्पन्न होने लगा है।
खेतड़ी को जिला बनाने की मांग
उन्होंने बताया कि खेतड़ी को जिला नहीं बनाए जाने से क्षेत्र के लोगों के लिए व्यापार में भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं आवश्यक संसाधनों का अभाव होने से खेतड़ी लगातार विकास की गति में पिछड़ रहा है। खेतड़ी वर्तमान समय में जिला बनने की सभी शर्तें पूरी करने के बावजूद भी सरकार की ओर से अनदेखी की जा रही है। जब सरकार की ओर से नगर पालिका व उप तहसील जैसे क्षेत्रों को जिला बना दिया ऐसे में खेतड़ी को जिला नहीं बनाए जाने से खेतड़ी की जनता को गहरा आघात लगा हुआ है।
ऐतिहासिक व भौगोलिक दृष्टि से देखा जाए तो खेतड़ी पूरे विश्व में अपनी एक अलग पहचान रखता है। खेतड़ी के राजा अजीत सिंह ने स्वामी विवेकानंद को शिकागो के धर्म सम्मेलन में भेज कर सनातन धर्म के प्रचार को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाया था, जिसकी वजह से खेतड़ी की पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान बनी हुई है। इस दौरान संघर्ष समिति के लोगों ने धरने के लिए प्रशासनिक अनुमति 15 मई तक और बढ़ाने की मांग की गई।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर गजेंद्र जलंद्रा, दिनेश सोनगरा, मोहनलाल सैनी, लीलाधर सैनी, सुभाष चंद सैनी, अरविंद सिंह, जुगल किशोर, भूपेन्द्र सिंह, राजेश, पवन शर्मा, दुर्गा प्रसाद, नागरमल सैनी, रामअवतार जांगिड़, लक्ष्मीकांत शर्मा, मोहन लाल, राकेश, लक्ष्मण, विजेश सैनी, डॉ. सोमदत्त भगत सहित अनेक लोग मौजूद थे।