झुंझुनूं : तेजी से बढ़े शराब के चलन से दुकानों की ठेका राशि करोड़ों तक पहुंच गई है। हालत यह है कि ठेकों की बोली का तीसरा चरण पूरा हो चुका है, लेकिन झुंझुनूं में 69 शराब की दुकानों को लेने से ठेकेदारों ने एक बार फिर रुचि नहीं दिखाई। शराब की दुकान के लिए राशि इतनी ज्यादा है कि बोलीदाता शामिल होने की जहमत नहीं उठा रहे।
अगर कोई शामिल भी होते है तो बोलियां लगाने का सिलसिला इतना बढ़ जाता है कि राशि पहले से और ज्यादा बढ़ जाती है। हालांकि आबकारी विभाग भी जब तक ठेका नहीं छूट जाता, तब तक ठेकेदारों को आमंत्रित कर बोलियां लगवाएगा।
विभाग के मुताबिक झुंझुनूं जिले में कुल 335 शराब की दुकानें है। इनमें से विभिन्न चरणों में अब तक 266 दुकानों को ठेकेदार मिले चुके है। अभी भी 69 दुकानों के लिए एक बार फिर बोली प्रक्रिया की जाएगी।
नियम भारी, मुंह मोड़ रहे ठेकेदार
एक समय था जब शराब के कारोबार में करोड़ों रुपए की कमाई होती थी। लोग शराब का ठेका प्राप्त करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर देते थे। लेकिन अब हालात ऐसे हैं कि अब शराब कारोबार से मुंह मोड़ रहे हैं। इसका कारण नई आबकारी नीति, जिसकी वजह से शराब ठेकेदारों के लिए शराब बेचने संबंधी कई नियम बदल दिए गए है। यह नीति अप्रेल 2022 से लागू हुई थी।
झुंझुनूं सबसे आगे, फिर से होंगे ठेके
झुंझुनूं के झुंझुनूं शहर, चिडावा, खेतड़ी,नवलगढ़ शराब की कुछ दुकानों की कीमत करोड़ों में है। जबकि चिड़ावा व खेतड़ी,नवलगढ़ में कुछ दुकानें करोड़ के भीतर-भीतर है। बड़ी राशि को देखते हुए ठेकेदारों का दुकान लेने में मोह भंग होने लगा है।
आबकारी अधिकारी अमरजीत सिंह का कहना है कि हर साल 15 प्रतिशत रेवेन्यू बढ़ोतरी का नियम है। अगर किसी दुकान के लिए ठेकेदार नहीं आया है तो एक बार फिर बोली प्रक्रिया होगी। 335 में से कुल 266 दुकानों का ऑक्शन हो चुका है। जल्द ही 69 दुकानों का भी आवंटन कर दिया जाएगा।
आरटीडीसी चलाएगी तीन जगह शराब की दुकानें
झुंझुनूं रोडवेज बस स्टेंड के सामने
उदावास
बिसाऊ
GSM चलाएगी 7 दुकानें
नवलगढ़
इंद्रपुरा उदयपुरवाटी
सिंघाना में 2 दुकानें
एक दुकान मानोता खुर्द
चिड़ावा में मंड्रेला बाईपास व बिग मार्केट की दुकानें
इन जगह इतनी शराब की दुकानें बाकी
चिड़ावा 16
झुंझुनूं 22
खेतड़ी 17
नवलगढ़ 14