हरियाणा-नारनौल : सावित्रीबाई ज्योतिबा फुले फाऊँडेशन नारनौल के संयोजन से एक मोटिवेशन पर सेमिनार का आयोजन किया मोटिवेशन व सेमिनार का विषय कैरियर व चरित्र निर्माण पर किया इस मोटिवेशन सेमिनार मे वक्तव्य डा सुशील शीलू ने कहा जीवन मे शिक्षा का बहुत महत्व है, सभी विषयों का अपना महत्व है। हर विषय को रुचिपूर्वक पढना चाहिए जिससे जीवन सफल हो सके। भविष्य में हर समय हर विषय काम आता है। डॉ शीलू ने लुक और पर्सनैलिटी को अलग अलग बताया। बहुधा लोग लुक को पर्सनैलिटी समझ लेते हैं। लुक आपका बाहरी रूप है जबकि पर्सनैलिटी अंदरूनी। पर्सनैलिटी का विकास पढ़ाई और अनुभव से होता है।
मोटिवेशन सेमिनार के मुख्य वक्तव्य राजेश कुमार बालवान व्याख्याता अग्रेजी के स्पेशलिस्ट ने कहा की भाषा कोई कठिन नही होती मनुष्य जीवन के विकास क्रम मे भाषा का विशेष महत्व रहा हे बिना भाषा के मनुष्य जीवन मे अपने भाव प्रकट नही कर सकता हे हर भाषा को सिखने के महत्व पर जोर दिया, कयो कि भारत मे विभिन्न प्रकार की भाषा बोली जाती हे जिस श्रेत्र मे जेसी भाषा बोली जाती हे बच्चे भी उसी वातावरण मे भाषा सिख जाते हे इस लिए अग्रेजी भाषा को सिखने के वातावरण तैयार करना चाहिए ओर शिक्षा के बिना चरित्र निर्माण नही हो सकता ओर बिना चरित्र मनुष्य जीवन पशु जेसा होता, समाज में अच्छा आचरण से सभ्य समाज का निर्माण हो सकता हे मोटिवेशन सेमिनार मे काफी सख्या मे छात्र व नौजवान शामिल हुए सावित्रीबाई ज्योतिबा फुले फाउंडेशन के प्रधान कामरेड सुभाषचंद्र एडवोकेट ने कहा की ऐसी मोटिवेशन व सेमिनार आयोजित करते रहना चाहिए।