अजमेर : अजमेर के कुंदन नगर में बने डिज्नीलैंड में मंगलवार को केबल टूटने से झूला अचानक 30 फीट की ऊंचाई से नीचे आ गिरा। हादसे में 7 बच्चों समेत 15 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। झूले में कुल 25 लोग बैठे थे। दुर्घटना के बाद मेले से झूला संचालक के साथ ही सभी दुकानदार फरार हो गए हैं। पुलिस जांच में जुटी है।
कुंदन नगर इलाके में फुस की कोठी के नजदीक 27 फरवरी को दरबार डिज्नीलैंड की शुरुआत हुई थी। इसका समापन 28 मार्च को होना था। मंगलवार की शाम करीब 7 बजे टावर झूला में 25 लोग बैठे थे। अचानक केबल टूटी और झूला ऊंचाई से नीचे आ गिरा। घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है। उन्हें जेएलएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई है।
#WATCH राजस्थान: अजमेर में केबल टूटने से एक टावर झूला अचानक नीचे गिरा। कुछ लोग घायल हुए हैं जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। pic.twitter.com/APcZu112mi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 21, 2023
केबल खुलने या टूटने से हुआ हादसा
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि झूला केबल के सहारे ऊपर चढ़ता है। उसी के सहारे नीचे उतरता है। ऐसी स्थिति में केबल के खुलने या टूटने के कारण यह हादसा हुआ है। वास्तविक कारण क्या है? इसका जांच के बाद ही खुलासा हो पाएगा।
ये हुए हैं घायल
हादसे में वैशाली नगर निवासी कोमल (33), पहाड़गंज निवासी वंशिका (13), सिविल लाइन निवासी भावेश (14), शीशा खान निवासी अर्शिन (12), गयासुद्दीन (35), शास्त्री नगर निवासी हर्षा (18), पुलिस लाइन निवासी सोनल अग्रवाल (20), डिग्गी बाजार निवासी आफरीन (7), किशनगढ़ निवासी नीतू (25), धोलाभाटा निवासी गीतांजलि (24), मलुसर रोड निवासी अंशु (37), वैशाली नगर निवासी लक्ष्य (9), कशिश (7), शीशाखान निवासी अम्मान (12) सहित कई लोग घायल हुए हैं।
अधिकारी बोले- झूले की फिटनेस ठीक थी
एडीएम सिटी भावना गर्ग ने कहा- मेले से संबंधित परमिशन ली गई थी। मेले में झूले लगाने की भी परमिशन मांगी गई थी। झूलों को लेकर मौके का निरीक्षण भी किया गया था। निरीक्षण में सही पाने के बाद परमिशन दे दी गई थी। मंगलवार को यह हादसा कैसे हुआ? हादसे का क्या कारण है? इसके जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
अचानक नीचे आ गिरा झूला
किशनगढ़ निवासी घायल वंशिका की चाची पूनम ने बताया- टावर झूला ऊपर गया। अचानक से धड़ाम से नीचे गिर गया। इस हादसे में उनकी भतीजी वंशिका खून से लथपथ हो गई। मौके पर हड़कंप मच गया था।
वैशाली नगर निवासी घायल लक्ष्य की मां लवीना ने बताया- बेटे को डिज्नीलैंड मेले में परिवार के साथ घुमाने ले गए थे। वहां पर बेटे को टावर झूले में बैठाया। झूला ऊपर गया। एकदम से नीचे गिर गया। झूले में कई बच्चे भी थे, जो काफी घायल हुए हैं।
वैशाली नगर निवासी घायल कंचन के पति राजकुमार ने बताया- उनकी पत्नी कंचन अपने दोस्तों के साथ डिज्नीलैंड मेले में घूमने के लिए गई थीं। झूला अचानक गिरने से उनकी पत्नी घायल हो गई। उनकी कमर में काफी चोट आई है। वह हॉस्पिटल में एडमिट है।
एडिशनल एसपी सुशील कुमार ने बताया- हादसे में किसी के जानलेवा चोट नहीं लगी है। सभी घायलों को हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया है। कारणों की जानकारी की जा रही है। उधर, सूचना मिलते ही सिविल लाइन थाना पुलिस के साथ ही एडिशनल एसपी सुशील कुमार, पुलिस उप अधीक्षक इस्लाम खान, रामअवतार सिंह सहित पुलिस के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। एडीएम सिटी भावना गर्ग भी हॉस्पिटल पहुंचीं।
रेजिडेंट हड़ताल पर, सीनियर डॉक्टर ने संभाला मोर्चा
मेले में हुए हादसे के बाद सभी घायल जेएलएन हॉस्पिटल पहुंचे। एक साथ बड़ी संख्या में घायलों के हॉस्पिटल पहुंचने पर वहां अफरा-तफरी का माहौल हो गया। हॉस्पिटल के रेजिडेंट्स हड़ताल पर हैं। ऐसे में सीनियर डॉक्टरों ने मोर्चा संभाला। मौके पर हॉस्पिटल के डॉक्टरों से एडीएम सिटी भावना गर्ग ने बात की और घायलों का हाल जाना।
मेला आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज
सिविल लाइन थाना प्रभारी दलबीर सिंह ने बताया- मेला आयोजक और झूला चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। झूले को अपने कब्जे में लेकर जांच की जा रही है।
2 गंभीर घायलों से मिलने पहुंचे विधायक देवनानी
हादसे में किशनगढ़ निवासी वंशिका गुरनानी और वैशाली नगर निवासी कंचन गंभीर रूप से घायल हुए हैं। ये दोनों हॉस्पिटल में एडमिट हैं। बाकी सभी घायलों को छुट्टी दे दी गई है। हादसे की जानकारी मिलने के बाद अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी घायलों से मिलने के लिए हॉस्पिटल पहुंचे।
विधायक ने की कार्रवाई की मांग
देवनानी ने कहा- इस हादसे में जिसका झूला है, उसकी पूरी तरह से प्रशासन के द्वारा चेकिंग की गई या नहीं। यह जांच का विषय है। मैं मांग करता हूं कि घायलों को निशुल्क ट्रीटमेंट दिया जाए। साथ ही, प्रशासन झूले वाले और मेला संचालक के खिलाफ जांच करवाए। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती है, मेले को बंद रखा जाए।