पश्चिम बंगाल-कोलकाता : ‘ममता सरकार को गिराने के बाद ही रखूंगा बाल’, ये प्रण लेकर कांग्रेस नेता कौस्तव बागची ने बीच सड़क मुंडवाया सिर

पश्चिम बंगाल-कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर अपमानजनक टिप्पणी करने के बाद गिरफ्तार कांग्रेस नेता कौस्तव बागची को जमानत मिल गई है। जमानत मिलने के बाद वे बीच सड़क बैठ गए और अपना सिर मुंडवाया। साथ ही ममता सरकार को बंगाल से विदा करने की शपथ ली।

कौस्तव ने कहा कि जब तक ममता बनर्जी की सरकार की राज्य से विदाई नहीं हो जाती है, वे अपने सिर पर बाल नहीं रखेंगे।

कौस्तव हाईकोर्ट के वकील, ममता सरकार के खिलाफ मुखर

कौस्तव बागची कोलकाता हाईकोर्ट के वकील भी हैं। वे बीते कुछ सालों से ममता सरकार के खिलाफ काफी मुखर रहते हैं। दरअसल, सागरदिघी उपचुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद सीएम ममता बनर्जी ने बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी पर व्यक्तिगत हमला किया था। इसके विरोध में कौस्तव ने एक निजी टीवी चैनल पर ममता बनर्जी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दे दिया।

शुक्रवार की देर रात दर्ज हुआ केस

शुक्रवार की देर रात करीब 11 बजे बर्टोला थाने में एक तृणमूल समर्थक सुमित सिंह द्वारा कौस्तव बागची के खिलाफ केस दर्ज करा दिया। यह केस IPC की धारा 120बी, 354ए, 504, 505, 509, 506 और 153 के तहत दर्ज किया गया।

पुलिस शनिवार तड़के साढ़े तीन बजे कौस्तव के घर उत्तर 24 परगना के बैरकपुर पहुंच गई। पुलिस ने बिना नोटिस दिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

फेसबुक पर लिखा- आखिरकार मुझे अरेस्ट कर लिया गया

गिरफ्तारी के दौरान कौस्तव बागची ने अपने फेसबुक प्रोफाइल में पोस्ट करते हुए लिखा कि, ‘आखिरकार मुझे अरेस्ट कर लिया गया है।’ उनके पोस्ट के बाद पश्चिम बंगाल यूथ कांग्रेस ने उनकी रिहाई की मांग को लेकर बर्टोला पुलिस स्टेशन के सामने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

रिहाई के लिए कांग्रेस ने किया प्रदर्शन

राज्य कांग्रेस के प्रवक्ता सुमन रॉय चौधरी ने बताया है कि, ‘मैं आधी रात में कौस्तव बागची को अरेस्ट करने के लिए कोलकाता पुलिस की कड़ी निंदा करता हूं। ममता सरकार किसी की बोलने की आजादी नहीं छीन सकती। सरकार को कौस्तव बागची को फौरन रिहा करना चाहिए।

कौस्तव बागची की रिहाई के लिये पूरे दिन चले कांग्रेस की विरोध प्रदर्शन के बाद आखिरकार कोलकाता के बैंकसोल कोर्ट में उन्हें पेश किया गया।

एक हजार के निजी मुचलके पर रिहा

अदालत में अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने एक हजार रुपये के निजी मुचलके पर बागची को जमानत दे दी। जिसके बाद कौस्तव बागची ने बीच सड़क पर तृणमूल सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताते हुए अपना सर मुंडवा लिया और यह प्रण भी लिया की वह अपने सर पर तब तक बाल नही उगवाएंगे जब तक राज्य से ममता सरकार की विदाई नहीं हो जाती है।

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