सीकर : सीकर पुलिस को आज बड़ी सफलता हाथ लगी है। सीकर पुलिस ने गुजरात में धोलेरा सिटी प्रोजेक्ट के नाम से ठगी करने वाले नेक्सा एवरग्रीन कंपनी से जुड़े चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी पिछले कई दिनों से कई राज्यों में फरारी काट रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गुजरात – महाराष्ट्र बॉर्डर के टोल नाके पर घेकर पकड़ा है। जिनके कब्जे से पुलिस ने एक कार और करीब 10 लाख रुपए की नगदी मिली है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है।
सीकर एसपी करण शर्मा ने बताया कि 1 फरवरी को दिलीप सिंह निवासी उदयलाल की ढाणी ने 21 लोगों सहित रिपोर्ट दर्ज करवाई कि रणवीर बिजारणिया, सुभाष बिजारणिया,ओपेंद्र बिजारणिया,सुधीश मील, बनवारी महरिया,अमरचंद ढाका,बीरबल तेतरवाल,गोपाल दुधवाल सहित अन्य लोगों ने गुजरात के अहमदाबाद में धोलेरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में प्रॉपर्टी खरीद कर बिजनेस करवाने और 14 महीने में इन्वेस्टमेंट के रुपए डबल होने का झांसा देकर करीब ढाई करोड़ रुपए ऐंठ लिए।
सीकर एसपी करण शर्मा ने बताया कि आरोपी जिले में करीब 20 हजार लोगों से करीब 10 हजार करोड़ की ठगी कर चुके हैं। आरोपी चेन सिस्टम के जरिए लोगों को जोड़ते थे। कई लोगों को इन्होने प्रॉफिट भी दिया। लेकिन जब निवेशक ज्यादा बढ़ने लगे इसके बाद आरोपी फरार हो गए। अबतक की पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि उन्होने गुजरात के धोलेरा सिटी प्रोजेक्ट में करीब 400 करोड़ रुपए की जमीन खरीदी हुई है। हालाँकि इसका अभी वेरिफिकेशन किया जाएगा। शर्मा ने बताया कि आरोपियों के अबतक 35 बैंक अकाउंट सीज किए जा चुके हैं। मामले में अभी कई आरोपी फरार है। जिनके खिलाफ नोटिस जारी किया है। जिससे वह देश छोड़कर नही जा सके।
इस तरह आरोपियों तक पहुंची पुलिस
पुलिस को मुखबिर और इंटेलिजेंस के जरिए सूचना मिली कि आरोपी दिल्ली में है। पुलिस दिल्ली पहुंच पाती। इससे पहले ही आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का रूट आइडेंटिफाई किया। इसके बाद पुलिस ने गुजरात, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, बैंगलोर, मुंबई में आरोपियों की तलाश शुरूकी। लेकिन पुलिस आरोपियों से करीब 24 घंटे पीछे थी। इसके बाद पुलिस सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर पुलिस वडोदरा में आरोपियों के पीछे लग गई। इसके बाद पुलिस ने करीब 300 से 400 किलोमीटर का पीछा किया। इसके बाद रानोली,खाटू और डीएसटी टीम के सहयोग से गुजरात – महाराष्ट्र बॉर्डर पर चारोटी टोल नाके पर घेरकर पकड़ा।
पुलिस ने खंगाले 400 से ज्यादा CCTV , 4 हजार किलोमीटर का सफर तय किया
पुलिस ने आरोपियों ने कि तलाश में करीब 4 हजार किलोमीटर का सफर तय किया। पुलिस ने आरोपियों की तलाश में 400 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की। आरोपी रात को 11 से 12 बजे के बीच होटलों में रुकते। जो अगले ही दिन वापस निकल जाते। पुलिस सूत्रों की माने तो आरोपी बंदरगाह के रास्ते श्रीलंका या फिर सड़क के रास्ते नेपाल की तरफ भागने की फ़िराक में थे। इससे पहले ही पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया। आरोपियों ने फरारी के दौरान मोबाइल तक यूज नही किया। हालांकि आरोपियों के पास से करीब 11 मोबाईल और कई सिम कार्ड भी मिले हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी में कांस्टेबल महावीर और कांस्टेबल बलबीर की मुख्य भूमिका रही।
गठित टीम एवं सहयोगी टीम
- वीरेन्द्र कुमार शर्मा, आरपीएस, वृत्ताधिकारी, वृत्त सीकर शहर
- श्रीनिवास जांगिड़, पु.नि. थानाधिकारी पुलिस थाना उधोग नगर सीकर
- जितेन्द्र कुमार, स.उ.नि. पुलिस थाना उधोग नगर सीकर
- महावीर कानि. 1285 पुलिस थाना उधोग नगर सीकर
- बलबीर कानि. 1332 पुलिस थाना उधोग नगर सीकर
- विकास हैड कानि. 1388 पुलिस थाना रानोली जिला सीकर
- मुकेश कानि. 1343 पुलिस थाना रानोली जिला सीकर
- बनवारीलाल कानि. 1344 पुलिस थाना खाटूश्यामजी जिला सीकर
- गिरधारी कानि. 1373 पुलिस थाना खाटूश्यामजी जिला सीकर
- हरिश कुमार कानि. 1135 डीएसटी सीकर
- रमेश कुमार कानि. 900 डीएसटी सीकर
- अंकुश कानि 1280 साईबर सैल सीकर
- राकेश कुमार कानि. 1393 साईबर सैल सीकर
- विजय सिंह कानि 1109 पुलिस अधीक्षक कार्यालय सीकर
- मामराज कानि. 916 पुलिस थाना उधोग नगर सीकर
- महावीर प्रसाद कानि. 488 वृत्त कार्यालय सीकर शहर
इन आरोपियों को किया गिरफ्तार
रणवीर बिजारणियां (40) निवासी सोडाला जयपुर, सुभाषचंद्र बिजारणियां (43) निवासी गोकुलपुरा तिराहा, ओपेंद्र कुमार निवासी (45) निवासी पनलावा और अमरचंद ढाका (36) निवासी गुंगारा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों में 2 पूर्व सैनिक भी हैं।