जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : राजस्थान सामाजिक एवं निष्पादन अंकेक्षण प्राधिकरण जयपुर निर्देशक संदीप चौहान द्वारा ग्राम संसाधन व्यक्तियों के ज़िले की पंचायत सीमितयो में चल रहे दूसरे चरण के प्रशिक्षण के निरीक्षण के लिय राज्य स्तर से लेखा अधिकारी मोहनलाल कुमावत को लगाया गया।
नवलगढ़ और झुंझुनूं पंचायत समिति में चल रहे ग्राम संसाधन व्यक्तियों (वीआरपी) के प्रशिक्षण का दोनो ब्लॉक में निरीक्षण कर वीआरपी को रूट चार्ट व अंकेक्षण के दौरान ध्यान रखने वाली मुख्य बातो को मोहनलाल कुमावत ने विस्तार से बताया और चल रहे प्रशिक्षणनो की सहराना कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण उपरांत जिला परिषद कार्यालय में सामाजिक अंकेक्षण से संबधित अधिकारी/कर्मचारियों की एक मीटिंग कर बीआरपी चयन, वीआरपी प्रशिक्षण के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान आईईसी समन्वयक अजीत सिंह बिजारणिया, रमेश सिंह शेखावत, अनिल कुमार, आदि अनेक कार्मिक उपस्थित रहें।
उल्लेखनीय है कि जिले में 336 ग्राम पंचायतों से 1100 ग्राम संसाधन व्यक्तियों के चयन और प्रशिक्षण का कार्य तीन चरणों के पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण 14 से 18 फरवरी तक 385 वीआरपी प्रशिक्षित किया जा चुका है।
वर्तमान में 20 से 24 फरवरी तक प्रत्येक पंचायत समिति में 35 ओर ज़िले में 385 वीआरपी का चयन, प्रशिक्षित का कार्य किया जा रहा है।
17 से 21 मार्च को प्रत्येक पंचायत समिति में 30 और ज़िले में 330 वीआरपी को प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण पश्चात सभी 1100 ग्राम संसाधन व्यक्तियों का संबंधित ग्राम पंचायतों की ग्राम सभाओं में इनके नाम का अनुमोदन किया जाएगा। सामाजिक अंकेक्षण का कार्य करने पर वीआरपी प्रति दिवस ₹300 दिए जाएंगे।
इस संबंध में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी ने सभी पंचायत समितियों के विकास अधिकारियों को निर्देश जारी किए थे। जिस की अनुपलना में ज़िले में दूसरे चरण के वीआरपी के चयन और प्रशिक्षण का कार्य सभी पंचायत समितियों में चल रहा है।
यह ले सकते हैं,
वीआरपी बन कर प्रशिक्षण।
प्रत्येक ग्राम पंचायत के गावो से राजीविका की महिलाएं, भूमिहीन परिवार के सदस्य, अनुसूचित जाति, जनजाति, विकलांग सदस्य, महात्मा गांधी नरेगा योजना के सक्रिय जॉब कार्ड धारी, महिला अधिकारिता विभाग की साथीन, नेहरू युवा केंद्र के सदस्य, आजीविका विहीन इंजीनियर स्नातक, स्वच्छता ग्राही आदि को वीआरपी बनाकर प्रशिक्षित किया जा रहा है।
प्रशिक्षण में यह रहेगी सुविधाएं।
चयनित वीआरपी के पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण में इनके ठहरने, भोजन, चाय, पानी, शौचालय, स्नानघर, आदि की व्यवस्थाएं सभी 11 ब्लॉक विकास अधिकारी द्वारा की जाएंगी।
प्रशिक्षण मै दिए जायेगे
फीता, केलकुलेटर, पेन पैड पाठ्य सामग्री आदि दिए जाएंगे।
इन योजनाओं का करेंगे सामाजिक अंकेक्षण।
मिड डे मील, स्वच्छ भारत मिशन, महात्मा गांधी नरेगा ,15 वा वित्त आयोग, सामाजिक सहायता कार्यक्रम(NSAP), प्रधानमंत्री आवास योजना सहित राज्य सरकार की अन्य योजनाओं में भी करवाया जा सकता है।
समस्याओं के समाधान के लिए किया प्रकोष्ठ का गठन।
वीआरपी के चयन और प्रशिक्षण में किसी भी प्रकार की समस्या समाधान या जानकारी के लिए सीईओ जवाहर चौधरी के निर्देशन में जिला परिषद में लेखाधिकारी ओमप्रकाश, आईईसी समन्वयक अजीत सिंह, कनिष्ठ सहायक रमेश सिंह का एक प्रकोष्ठ का भी गठन किया गया है।