झुंझुनूं-खेतड़ी : झुंझुनूं के खेतड़ी उपखंड के सांखड़ा गांव की पहाड़ियों में रविवार को लेपर्ड दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत है। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और लेपर्ड का रेस्क्यू करने में जुट गई। वन विभाग के रेंजर विजय कुमार फगेड़िया ने बताया कि सांखड़ा गांव के लोगों ने सूचना दी कि जंगल में लेपर्ड है।
झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी के सांखड़ा गांव में लेपर्ड की दहशत:झाड़ियों में बैठा दिखा, वन विभाग ने शुरू किया रेस्क्यूhttps://t.co/Q3IiyEy2lV pic.twitter.com/009zkYhFaK
— जनमानस शेखावाटी (@Jan_Shekhawati) February 12, 2023
इसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि लेपर्ड गांव के पास अस्थाई नर्सरी और आबादी भूमि से कुछ दूरी पर झाड़ियों में बैठा हुआ है। जिसके रेस्क्यू के लिए काम शुरू कर दिया गया है। गांव की पहाड़ी की स्थिति का जायजा लिया जा रहा है।
ग्रामीणों के इकट्ठा होने के बाद भी लेपर्ड के वहां से नहीं हटने पर लेपर्ड के बीमार होने की अंदाजा लगाया जा रहा है। जिसको लेकर एक डॉक्टर्स की टीम भी मौके पर बुलाई गई है। रेंजर फगेड़िया ने बताया कि मामले में उच्च अधिकारियों को भी बताया गया है। जल्द ही विभाग की टीम लेपर्ड का रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ देगी।
रेंजर विजय कुमार फगेड़िया ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि लेपर्ड के आसपास नहीं जाएं। क्योंकि जानवर कभी भी अटैक कर सकता है। उन्होंने शांति का माहौल बना कर वन विभाग की टीम की मदद करने को कहा।
लेपर्ड बांसियाल रिजर्व कंजर्वेशन में लगातार लेपर्ड का कुनबा बढ़ रहा है। बांसियाल कंर्जेवेशन का काम अभी चल रहा है। कंर्जेवेशन की चारदीवारी का काम पूरा नहीं होने के कारण अक्सर जंगली जानवर आबादी क्षेत्र में घुस आते हैं। जिसकी सूचना पर वन विभाग की टीम उन्हें ट्रेंक्युलाइज कर वापस जंगल में ले जाकर छोड़ देती है।
कई बार जंगली जानवर आबादी क्षेत्र में मवेशी और जानवरों का शिकार भी कर चुके हैं। रेंजर विजय कुमार ने बताया कि कंजर्वेशन का काम अभी प्रगति पर है, जल्द ही उसे पूरा कर लिया जाएगा। काम पूरा होने के बाद जंगली जानवर बाहर नहीं आ पाएंगे और यह क्षेत्र लोगों के लिए पर्यटन का क्षेत्र भी बन जाएगा।
राज्य सरकार की ओर से दो दिन पहले जारी किए गए बजट में बांसियाल कंर्जेवेशन के विस्तार करने की घोषणा की है।