अजमेर : ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 811वें उर्स में सोमवार को पाकिस्तानी डेलिगेशन के द्वारा नाचते-गाते हुए पाकिस्तान सरकार व खुद की तरफ से दरगाह में चादर पेश की गई। साथ ही गुलाब के फूल व मिठाई गरीब नवाज के दर पर पेश की। इस दौरान जायरीन भारत और पाकिस्तान दोनों का झंडा लेकर पहुंचे। जो दरगाह में पहुंचते ही आईजी रेंज ऑफिस के अधिकारी ने ले लिए। पाक जायरीनों के द्वारा दरगाह में चादर पेश कर दोनों मुल्कों में प्यार रहे और कोई नफरत नहीं हो इसे लेकर के दुआ की है। चादर पेश करने के दौरान पुलिस की ओर से कड़े बंदोबस्त किए गए।
अंजुमन कमेटी की ओर से मुख्य द्वार पर पाकिस्तानी डेलिगेशन का स्वागत किया गया। इसके बाद जायरीनों की भीड़ के बीच से होते हुए लीडर ताहिर के नेतृत्व में सरकार व खुदकी तरफ से चादर पेश की गई। चादर पेश कर दोनों मुल्कों में प्यार बना रहे इसे लेकर किस दुआ की है।
लीडर ताहिर के नेतृत्व में पाकिस्तान सरकार की दरगाह में चादर हुई पेश, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार का जताया आभार।
प्रधानमंत्री मोदी व भारत सरकार का आभार
लाहौर निवासी सूफी मोहम्मद सईद अहमद ने बताया कि बहुत अच्छा लग रहा है। मुल्क वालों का प्यार मिला। दोनों मुल्क आपस में प्यार से रहे। कोई नफरत नहीं हो। यही दुआ की है।
इनामुल्लाह ने बताया कि ख्वाजा गरीब नवाज सबका है। हर एक की झोली में डालता है। ये कोई कोम नहीं देखता। जो सेवा हिफाजत की है, उसके लिए भारतवासियों का शुक्रिया। दुआ है कि दोनों मुल्कों में दोस्ताना बना रहे।
मोहम्मद अकरम ने बताया कि बड़ी उम्मीद लेकर आए। दोनों मुल्क में हालात अच्छे रहें। हम आए और अब आप आए। हम बेगाने मुल्क में आए, ऐसा कोई फील नहीं हुआ। इंसानियत एक है। बहुत ही अच्छा ख्याल रखा। आने जाने व रहने में कोई परेशानी नहीं हुई।
हाजी सरफराज खान ने कहा कि जो प्यार दिया, वह भूल नहीं सकते। यह यादें लेकर जाएंगे। हम भारत सरकार और मोदी जी का शुक्रिया अदा करते हैं।
भारत- पाकिस्तान का झंडा लेकर जुलूस में निकले
पाकिस्तानी डेलिगेशन नया बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल से सरकार और खुद की तरफ से चादरे लेकर जुलूस निकालते हुए दरगाह में पहुंचे। जुलूस में पाक जायरीनों के हाथों में भारत और पाकिस्तान का झंडा भी था। दोनों झंडो को लहराते हुए जायरीन दरगाह के अंदर पहुंचे। दरगाह में पहुंचते ही आईजी रेंज ऑफिस के अधिकारी के द्वारा जायरीन के हाथ से दोनों झंडे ले लिए गए। बाद में रिटायर्ड अधिकारी ने दोनों झंडे अपने पास रख लिए।
जुलूस से पहले दी थी नसीहत
पाक जायरीनों के जुलूस से पहले ही स्कूल में पुलिस अधिकारियों ने सभी को झंडे नहीं लहराने की नसीहत दी गई थी। बावजूद इसके कुछ जायरीन भीड़ में दोनों देशों के झंडे लेकर पहुंचे और दरगाह तक भीड़ मे लहराते रहे। दरगाह के अन्दर महफिल खाने के बाहर पाक जायरीन के द्वारा दोनों देशों के झंडे लहराए जा रहे थे, इसे देख आईजी ऑफिस के एडिशनल एसपी के द्वारा जायरीन से झंडे ले लिए गए। इसके बाद झंडो को रिटायर्ड अधिकारी सुरेश सिंधी को दे दिया गया। वहीं झंडे लहराने की सूचना के बाद प्रशासनिक व पुलिस अफसरों में खलबली मची रही।
दस्तारबंदी कर किया तबरुक भेंट
ख्वाजा साहब की दरगाह में चादर पेश करने के बाद सभी पाकिस्तानी जायरीन महफिल खाने में पहुंचे। दरगाह कमेटी की ओर से सभी 240 जायरीनों की दस्तारबंदी की गई। दस्तारबंदी कर उन्हें तबरुक में सोहन हलवा भेंट किया गया। महफिल खाने में दरगाह कमेटी व पाक जायरीनों के द्वारा कलाम भी पेश किया गया।
पुलिस के रहे कड़े बंदोबस्त
पाकिस्तानी डेलिगेशन के द्वारा दरगाह में चादर पेश करने के दौरान अजमेर जिला पुलिस की ओर से सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए। एडिशनल एसपी, पुलिस उप अधीक्षक, सहित सीआईडी के अधिकारी व आरएसी के जवान मौजूद रहे।