जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : लावरेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट की ओर से मंदिर के बत्तीसवें वार्षिकोत्सव के शुभ अवसर पर श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर के सामने श्री चौथमल जी गोयनका नोहरा में व्यास पीठ पर विश्वविख्यात श्रदैय बाल व्यास श्री श्रीकांत शर्मा द्वारा श्रीकृष्ण जन्म की कथा का वर्णन करते हुए महाराज ने बताया कि
“श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुनाई। विवाह के बाद कंस अपने रथ पर बासुदेव और देवकी के साथ जा रहे थे। तभी आकाश से घोर गर्जना होती है की कंस देवकी के गर्भ से जन्मीं आठवीं संतान तेरा काल बनकर तेरा नाश करेगी। कंस ने भय के वशीभूत होकर अपनी बहन देवकी एवं बासुदेव को कारागार मे डाल दिया और एक एक कर छह संतानों का जन्म लेने के साथ ही बध कर दिया। सातवे गर्भ का संकर्षण हो गया।उधर देवकी ने आठवां गर्भ धारण किया तभी कंस ने सैनिकों को सावधान कर दिया की मेरा काल आ रहा है। भाद्रक्रष्ण अष्टमी की मध्यरात्रि मे भगवान नारायण बालक के रूप मे प्रकट हुए ।और कहा कि मुझे गोकुल नंदबाबा के यहा छोड़ आए तथा वहा से योगमाया को साथ ले आए। तभी हाथों और पांवों को जकड़े हुईं बेड़िया खुल गई। टोकरी मे बालक को सावधानी पूर्वक रखकर यमुना नदी पार करते समय बारिश आ गई।और बारिश से बचाव के लिए नागराज अपना धाम छोड़ आए और छत्ते की तरह भगवान को भीगने से बचाया। साथ ही यमुना जी भी प्रभु के दर्शन करने के लिए ऊपर उठती आ रही थी जो वासुदेव के सिर तक आ गई तब यमुना को यह कहकर शांत कर दिया की अपने ससुर के सिर पर चढ़ रही हो और टोकरी से पेर निकालकर यमुना को दर्शन दे दिए तब बासुदेव द्वारा कृष्ण को छोड़कर और योगमाया को साथ लेकर वापस आ जाते है। कंस ने जैसे ही योगमाया को मारना चाहा तो वह कन्या आकाश मे जाकर कंस को सतर्क करती है की तेरा काल इस धरा पर जन्म ले चुका है। उधर गोकुल मे कृष्ण के जन्म पर बधाईयां का दौर शुरू हो जाता है जिसमे चौरासी कोस ब्रज को आमंत्रित किया जाता है। कथा स्थल पर इस मौके पर ब्रज मे हो रही जय जयकार नन्द घर लाला आयो है…..नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की…….. कृष्ण जन्मोत्सव की झांकी पर सभी उपस्थित श्रद्धालुओं ने नृत्य किया। कथा के उपरांत महा आरती हुई और भगवान को भोग लगाने के पश्चात सबको प्रसाद वितरण किया गया।“
इस अवसर पर बगड़ दादुद्वारा के पीठाधीश्वर अर्जुनदास महाराज, मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी इंद्र कुमार मोदी देहली, कृपाशंकर मोदी मुम्बई, सुरेश पंसारी एवं परमेश्वर हलवाई झुंझुनूं, ओमप्रकाश तुलस्यान चैन्नई, राजकुमार अग्रवाल एवं राधेश्याम ढंढारिया जयपुर, अनिल टेकडीवाल दिल्ली, प्रदीप लोहारूका, मुम्बई, जालान परिवार के विजय कुमार जालान, रमाकांत जालान, प्रदीप कुमार जालान, देवेंद्र कुमार जालान, अरुण कुमार जालान, नितिन जालान, निखिल जालान, अमित जालान, सुमित जालान, यश जालान, सीए दीनबंधु जालान एवं सीए प्रमोद जालान मुंबई, महावीर प्रसाद गुप्ता एवं शंकरलाल सोन्थलिया चेन्नई, विमल ढढांरिया सूरत, मंदिर ट्रस्ट कार्यकारिणी सदस्य नरेश अग्रवाल, नवीन अग्रवाल, प्रमोद कुमार अग्रवाल, डॉक्टर डीएन तुलस्यान, श्रीकांत पंसारी, रूपेश तुलस्यान, अमित जगनानी सहित अन्यजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।