Jhunjhunu Cyber Cell : राजस्थान के झुंझुनूं की जिला पुलिस की साइबर सेल ने ऑनलाइन धोखाखड़ी के शिकार हुए एक व्यक्ति को वापस रुपए दिलवाए हैं। एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि नवलगढ़ के मंडी गेट निवासी शिक्षक नरेश कुमार रोलन ने 26 दिसम्बर को साइबर हेल्प लाइन नंबर 1930 पर एक रिपोर्ट दर्ज करवाई। नरेश ने बताया कि उसने डायल से किसी डॉक्टर को अपॉइंटमेंट के लिए फोन किया। लेकिन सामने वाले ने फोन नहीं उठाया। कुछ देर बाद किसी अनजान नम्बर से फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि डॉक्टर से अपॉइंटमेंट के लिए आपको पांच रुपए फीस देनी होगी, मैं लिंक भेजा रहा हूं…। नरेश ने जैसे ही लिंक पर क्लिक किया तो उसके खाते से पांच की जगह 52 हजार 321 रुपए निकल गए। पीडि़त परसरामपुरा के निकट भोजनगर में सरकारी शिक्षक है।
पीडि़त शिक्षक की जुबानी
मेरे खाते से रुपए कटते ही तुरंत मोबाइल पर मैसेज आया। मैंने सबसे पहले 1930 पर शिकायत की। मेरे बैंक में फोन व ईमेल के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई। अपना ऑनलाइट ट्रांजेक्शन सिस्टम को बंद करवाया। यह पूरे कार्य मात्र चालीस मिनट में कर दिए इसके बाद साइबर सेल के मनीष कुमार व अन्य का सर्वाधिक सहयोग रहा।
मेरे खाते से रुपए कटते ही तुरंत मोबाइल पर मैसेज आया। मैंने सबसे पहले 1930 पर शिकायत की। मेरे बैंक में फोन व ईमेल के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई। अपना ऑनलाइट ट्रांजेक्शन सिस्टम को बंद करवाया। यह पूरे कार्य मात्र चालीस मिनट में कर दिए इसके बाद साइबर सेल के मनीष कुमार व अन्य का सर्वाधिक सहयोग रहा।
पुलिस ने यह कियाअति. पुलिस अधीक्षक तेजपाल सिंह के निर्देशन में साइबर सेल Cyber Cell Jhunjhunu में सिपाही मनीष कुमार निवासी मोहब्बतसरी ने पीडि़त का बैंक स्टेटमेंट लिया। उसका तकनीकी विश्लेषण कर ट्रांजेक्शन की पूरी जानकारी जुटाई। भारत पे नोडल अधिकारी से फोन व मेल से सम्पर्क किया। काटे हुए 52,321 रुपए होल्ड करवाए। फिर रिफंड के लिए आवश्यक कार्रवाई कर वित्तीय एजेंसी के माध्यम से वापस 52,321 रुपए पीडि़त के बैंक खाते में डलवाए गए।
आप अलर्ट रहें
- अधिकृत एवं विश्वसनीय वेबसाइट से ही खरीदारी करें।
- कभी भी लिंक वाले मैसेज पर क्लिक ना करें।
- लिंक वाले मैसेज फॉरवर्ड नहीं करें।
- दूसरों के कहने पर कभी भी थर्ड पार्टी रिमोट एप अपने मोबाइल या कम्प्यूटर में इंस्टाल नहीं करें।
- मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति जो भी निर्देश दें, उसका पालन नहीं करें।
- किसी को अपना ओटीपी नहीं बताएं।
- वित्तीय धोखाधड़ी का शिकार होने पर तुरन्त हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर कॉल करें।