खेतड़ी : कोरोना को लेकर एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार आवश्यक कदम उठाने का प्रयास कर रही हैं। वहीं राजकीय अस्पतालों में व्यवस्था माकूल नहीं होने से आमजन को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। प्रदेशभर में मंगलवार को राजकीय अस्पतालों की व्यवस्थाओं को जानने को लेकर मॉकड्रिल करवाई गई। इस दौरान ऑक्सीजन प्लांटो की व्यवस्था सही नहीं पाने पर प्रभारी अधिकारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।
जानकारी के अनुसार खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल में एसडीएम जय सिंह चौधरी,खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरीश यादव,आरआरटी प्रभारी डॉ महेंद्र सैनी के नेतृत्व में मॉकड्रिल की गई। इस दौरान ऑक्सीजन प्लांट की जांच में सामने आया कि प्लांट की अधिकांश मशीनों का संचालन सही तरीके से नहीं होना पाया गया। एसडीएम जयसिंह ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर की गई मॉकड्रिल के दौरान राजकीय अजीत अस्पताल की डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से बनाई गई ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया गया,जहां वैक्यूम मशीनों पिछले काफी समय से बंद होने की बात सामने आई।
इस दौरान जब उन्होंने संबंधित डॉक्टर से पूछताछ की तो सामने आया कि वैक्यूम मशीनों का संचालन काफी समय से नहीं होने के कारण बंद पड़ी है और साफ सफाई नियमित रूप से नहीं होने के कारण काफी गंदगी का ढेर लगा हुआ है। इस दौरान उन्होंने बीसीएमओ डॉ. हरीश यादव को प्रभारी अधिकारी राजकीय अस्पताल के नाम नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि तीन दिन बाद दोबारा से निरीक्षण किया जाएगा। यदि व्यवस्थाओं को दुरुस्त नहीं किया गया तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान एसडीएम ने अस्पताल का निरीक्षण भी किया, जहां उन्होंने वार्ड में सप्लाई होने वाली ऑक्सीजन,कंसंट्रेटर प्लांट,दवाईयों सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में काफी समय से बंद पड़े ब्लड बैंक को चालू कराने,मोर्चरी में पड़ी मशीनों का संचालन करने तथा कोरोना बिमारी को देखते हुए दवाओं का आवश्यक स्टॉक रखने के निर्देश दिए। इस मौके पर डॉ एमएल रावत, नर्स प्रथम विजयपाल सैनी,नर्स द्वितीय कृष्ण कुमार सैनी,कनिष्ठ सहायक प्रदीप कुमार,विकास जांगिड़ सहित अनेक कर्मचारी मौजूद थे।