जयपुर : जयपुर में चाची की हत्या के बाद शव को 10 टुकड़ों में काटने के आरोपी भतीजे को पुलिस ने रिमांड पर लिया है। जानकारी के मुताबिक, एक सीसीटीवी वीडियो में आरोपी अनुज शर्मा एक सूटकेस को धक्का देते हुए देखा गया है। घर के बाथरूम में खून के धब्बे मिले हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अभी तक मृतका सरोज शर्मा (60) के आठ शव बरामद कर लिए गए हैं और आरोपी को 20 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
डीसीपी पैरिश देशमुख के मुताबिक, आरोपी अनुज शर्मा ने 11 दिसंबर को अपनी मौसी के बारे में विद्याधर नगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बाद में पुलिस पूछताछ में घर में खून के कुछ धब्बे मिले और पूछताछ में आरोपी ने बताया कि नाक से खून आने के कारण ऐसा हुआ है।
पुलिस ने कहा कि शुरुआत में हम इसे गुमशुदगी की रिपोर्ट का मामला मान रहे थे, जब तक हमें सीसीटीवी वीडियो नहीं मिला। लेकिन, बाद में हमें सीसीटीवी फुटेज मिला जिसमें आरोपी को 11 दिसंबर की दोपहर को एक भारी सूटकेस खींचते हुए देखा गया।
सिर पर हथौड़े से वार कर की थी हत्या
विद्यानगर पुलिस के अनुसार, आरोपी की पहचान अनुज शर्मा उर्फ अचिंत्य गोविंद दास के रूप में हुई है, जिसने कथित तौर पर अपनी चाची के सिर पर हथौड़े से वार कर उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने कहा, “आरोपी बीटेक स्नातक है और उसने एक निजी फर्म में भी काम किया है। लेकिन पिछले आठ सालों से वह काम नहीं कर रहा है और वह एक धार्मिक समूह से जुड़ा है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी को कथित तौर पर अपनी चाची की हत्या करने और उसके 10 टुकड़े करने के लिए गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने शव के टुकड़ों को दिल्ली-जयपुर राजमार्ग के पास वन क्षेत्रों में ठिकाने लगा दिया।
आर्थिक रूप से चाची पर ही निर्भर था आरोपी
पुलिस के अनुसार, अनुज आर्थिक रूप से अपनी चाची मृतका सरोज शर्मा पर निर्भर था। पूछताछ के दौरान अनुज ने खुलासा किया कि उसकी चाची बचपन से ही उसे किसी काम को लेकर रोकटोक करती थी, जो उसे पसंद नहीं था। 11 दिसंबर को आरोपी ने उससे एक कार्यक्रम में दिल्ली जाने की अनुमति मांगी, जिससे चाची ने इनकार कर दिया। इसके बाद अनुज अपने आप को नियंत्रित नहीं कर सका। गुस्से में आकर उसके सिर पर हथौड़े से वार किया, जिससे उसकी चाची की मौत हो गई।
देशमुख ने आगे बताया कि अनुज ने बाद में मार्बल कटर से शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए, जिसे उसने स्थानीय बाजार से खरीदा था। जिसके बाद शव के अंगों को सूटकेस और बाल्टी में भरकर हाईवे स्थित वन क्षेत्र में फेंक दिया। देशमुख ने कहा, “घटना के समय केवल पीड़ित और आरोपी घर में मौजूद था।