जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं-चिड़ावा : चिड़ावा नगरपालिका द्वारा पहली बार आयोजित किए जा रहे चिड़ावा महोत्सव को लेकर चारों तरफ उत्साह नजर आ रहा है। रविवार को इसी क्रम में नगरपालिका चेयरमैन सुमित्रा सैनी के साथ श्री श्याम सखी दरबार की बैठक हुई। पूर्वी राजस्थान अग्रवाल सम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष झंडीप्रसाद हिम्मतरामका के निवास पर हुई बैठक में श्री श्याम सखी दरबार की संयोजिका रेखा संदीप हिम्मतरामका ने उनके ग्रुप द्वारा अब तक महोत्सव को लेकर की गई तैयारियों की जानकारी दी। साथ ही ग्रुप द्वारा महोत्सव को लेकर डिजाइन किए गए आकर्षक लोगो का भी चेयरमैन से विमोचन करवाया। इसके बाद चेयरमैन सुमित्रा सैनी के साथ सभी महिलाओं ने घर-घर जाकर पीले चावल बांटने का कार्य शुरू किया।
श्री श्याम सखी दरबार की संयोजिका रेखा संदीप हिम्मतरामका ने बताया कि सभी श्याम सखियां आयोजन को लेकर अपने मोहल्ले, रिश्तेदारों और जानकारों में पीले चावल बांटकर सभी को महोत्सव के लिए न्यौता दे रही है। सभी से निवेदन किया जा रहा है कि इस महोत्सव में बच्चों से लेकर बुजूर्गों तक, सबके मनोरंजन के साथ-साथ शॉपिंग की बहुत सारी च्वाइस चिड़ावा नगरपालिका की ओर से रखी गई है। जिसका आनंद उठाएं। उन्होंने बताया कि आयोजन के शुभारंभ पर निकाली जाने वाली शोभायात्रा में भी श्री श्याम सखियां और बड़ी संख्या में चिड़ावा की महिला शक्ति अपनी बराबर की भागीदारी निभाएगी। श्री श्याम सखी दरबार द्वारा आकर्षण झांकियां भी तैयार की जा रही है। जो शोभायात्रा में आकर्षण का केंद्र रहेगी। इस मौके पर चेयरमैन सुमित्रा सैनी ने कहा कि ना केवल श्री श्याम सखी दरबार, बल्कि चिड़ावा की हर वर्ग की महिलाएं इस महोत्सव में पूरी सक्रियता के साथ-साथ उत्साह से लबरेज होकर भागीदारी निभा रही है। जिससे महोत्सव की सफलता अभी से सुनिश्चित हो गई है। उन्होंने कहा कि एक जनवरी को समापन तक इसी उत्साह और टीम भावना के साथ काम करना है। ताकि चिड़ावा महोत्सव एक ऐतिहासिक आयोजन हो।
इस मौके पर संगीता हिम्मतरामका, कुंदन कटेवा, ममता हिम्मतरामका, अनिता, ज्योति पारीक, खुशबू पारीक, कविता, खुशबू कुमावत, पिंकी केडिया, किरण केडिया, मंजू भालोठिया, मंजू केडिया, नीतू हिम्मतरामका, नेहा, पलक, पूनम सोनी, प्रिया, पूजा हिम्मतरामका, रजनी केडिया, रेखा हिम्मतरामका, सुमन, सुधा चौधरी, उर्मिला चौधरी, विनोद गुप्ता, सविता हिम्मतरामका, सुमन जांगिड़, सुनिता सर्राफ, सुनिता झुंझुनूंवाला व वंदना तोला आदि मौजूद थी।