सीकर : चेन स्नेचिंग गैंग के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गैंग में शामिल तीन महिला और तीन पुरुष लग्जरी गाड़ी में आकर वारदात करते थे। पुलिस ने बदमाशों के पास से फॉर्च्यूनर गाड़ी भी बरामद की है। पुलिस को कई वारदातों का खुलासा होने की संभावना है। मामला सीकर की रामगढ़ शेखावाटी का है।
दरअसल, 28 नवंबर को रामगढ़ के ही रहने वाले आदिल ने मामला दर्ज करवाया कि उसकी पत्नी आसमीन बानो सोमवार को दोपहर करीब साढ़े बारह बजे सीकर जाने के लिए रामगढ़ बाईपास पर गई थी। अचानक उसके पास आधा दर्जन पुरुष और महिला एक साथ आकर खड़े हो गए। फिर उसे घेर लिया और उसके गले से सोने की चेन तोड़ ली। आसमीन सीकर जाने के लिए बस में बैठकर चली गई। करीब आठ किमी के बाद खोटिया पहुंचने के बाद आसमीन ने गले की सोने की चेन को संभाला तो वह उसे नही मिलने पर वापस बस से उतरकर रामगढ़ आई। और अपने पति को मामले की जानकारी दी। पति आदिल ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
आरोपी एक ही परिवार के सदस्य
पुलिस ने सीकर, चूरू और झुंझुनूं जिलों में नाकाबंदी करवाई। ऐसे में सदीनसर फतेहपुर रोड के बीच में पुलिस ने संदिग्ध सफेद फॉर्चूनर गाड़ी को रोककर तीन युवकों और तीन महिलाओं को पकड़ा। पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम मुकेश, कालू, राजेश, मुनेश, बबीता, ममता बताया। पुलिस ने बताया कि आरोपी एक ही परिवार के सदस्य है और बावरिया गैंग से जुड़े हुए है। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में रामगढ़ शेखावाटी में चेन स्नेचिंग की वारदात को स्वीकार किया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ने आरोपियों से उनकी फॉर्चूनर गाड़ी को जब्त कर लिया।
मास्टरमाइंड मुकेश बताता है टारगेट
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि गैंग का सरगना मुकेश बावरिया है। गैंग के सदस्य सभी एक ही परिवार के है तथा मुकेश ही उनको टारगेट तथा वारदात करने की जगह की जानकारी देता है। गिरफ्तार महिलाएं सरगना की रिश्ते में चाची सास व भाई की बहू है। इससे पहले भी मुकेश इसी साल झुंझुूनं कोतवाली क्षेत्र में चेन स्नेचिंग की वारदात को करते हुए पकड़ा और जेल जा चुका है। पुलिस को इससे पहले भी मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक गैंग लग्जरी गाड़ी में बैठकर आती है। जो रामगढ़ बाईपास, मुख्य बाजार, बिसाऊ दरवाजा क्षेत्र में भीड़ में खड़ी होकर महिलाओं को टारगेट बनाती है। आरोपियों के पास महंगी गाड़ी और महिला सदस्यों के होने के कारण किसी को भी इनपर शक नहीं होता और यह आसानी से मौके से फरार हो जाते है।
सहयोग : राधाकृष्ण शास्त्री, रामगढ़ शेखावाटी।