Facebook Meta Layoff: फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा इस हफ्ते हजारों कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही है। द वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, पिछले सप्ताह ट्विटर में की गई छटनी की तुलना में मेटा में बर्खास्तगी प्रतिशत के आधार पर अपेक्षाकृत कम होगी (लगभग 50 प्रतिशत)। हालांकि, तकनीकी-उद्योग में जिस हिसाब से नौकरी से निकाला जा रहा है, उसको देखते हुए मेटा से लोगों की छटनी सबसे अधिक होने वाली है। यह एक साल में एक प्रमुख प्रौद्योगिकी निगम में अब तक की सबसे बड़ी संख्या हो सकती है। वर्तमान में, कंपनी में लगभग 87,000 कर्मचारी हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मेटा में छंटनी की प्रक्रिया बुधवार यानी 9 नवंबर को शुरू होगी। एक प्रवक्ता ने प्रकाशन को बताया कि कंपनी फायरिंग की पुष्टि किए बिना उच्च प्राथमिकता वाले विकास क्षेत्रों की एक छोटी संख्या पर निवेश पर ध्यान केंद्रित करेगी। वरिष्ठ प्रबंधकों ने कथित तौर पर कर्मचारियों से इस सप्ताह से गैर-जरूरी यात्रा को रद्द करने के लिए भी कहा है।
जुकरबर्ग बोले- कंपनी में ऐसे लोगों का एक समूह है जिन्हें यहां नहीं होना चाहिए
दो सीधी वित्तीय तिमाहियों के लिए कंपनी के राजस्व में गिरावट देखी गई है। इसके बाद से मेटा में नौकरी में कटौती की उम्मीद जताई जा रही थी। यहां तक कि सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने अगस्त में एक बैठक में कर्मचारियों से कहा, ‘कंपनी में ऐसे लोगों का एक समूह है जिन्हें यहां नहीं होना चाहिए।’ बैठक में, जुकरबर्ग ने यह भी नोट किया कि यदि कर्मचारी ऐसा भी सोचते हैं कि वे मेटा उनके लायक नहीं है तो यह भी सही है।
इससे पहले सितंबर में, द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया कि मेटा नौकरी में कटौती के माध्यम से खर्चों में कम से कम 10 प्रतिशत की कटौती कर सकती है। कंपनी ने राजस्व में गिरावट के लिए मैक्रोइकॉनॉमिक स्थितियों को जिम्मेदार ठहराया। अधिकांश अन्य टेक दिग्गजों की तरह, मेटा भी COVID लॉकडाउन से प्रभावित हुआ। वहीं, कंपनी ने 2020 और 2021 में संयुक्त रूप से 27,000 कर्मचारियों को भी नौकरी पर रखा। अब बढ़ती महंगाई, टिकटॉक और एपल की ऐप ट्रैकिंग ट्रांसपेरेंसी (एटीटी) और रूस-यूक्रेन युद्ध की चुनौतियों के कारण स्थिति सही नहीं है।
यदि मेटा हजारों कर्मचारियों की छंटनी करता है, तो यह ट्विटर के कदम जैसा ही होगा। ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क ने अधिग्रहण के पहले दिन पहले ही शीर्ष अधिकारियों को निकाल दिया था। कुछ दिनों बाद, उन्होंने ट्विटर इंडिया कार्यालय के कर्मचारियों सहित लगभग 3500 लोगों को नौकरी से निकाल दिया। हालांकि, अब गलती की बात कहकर कुछ को दोबारा काम पर रखने की बात कही गई है।