झुंझुनूं : देर रात हेतमसर के पास हुए हादसे ने खुशी को गम में तब्दील कर दिया। इस हादसे के बाद हर कोई गमगीन नजर आया। शादी से पहले ही दूल्हे के पिता की मौत हो गई थी, लेकिन दूल्हे और अन्य रिश्तेदारों को जानकारी नहीं दी गई, सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा तो घर में कोहराम मच गया।
नाना ओर दोहिती का शव घर पर पहुंचा तो माहौल गमगीन हो गया। हर किसी की आंख में आंसू टपक पड़े। मृतक के के परिवार का रो रो कर बुरा हाल था। हर किसी की आंखों में आंसू थमने का नाम नहीं ले रही थे। खुशी से भरे परिवार की सारी खुशियां चंद मिनटों में हुए एक हादसे से गम में बदल गई।
शनिवार को गमगीन माहौल में दूल्हे के पिता शुभकरण व उसकी दोहती का अंतिम संस्कार किया गया। मृतक शुभकरण का उनके पैतृक गांव कांट तथा भांजी रिशू का उसके गांव बामना की ढाणी में अंतिम संस्कार किया गया।
देर रात हुए हादसे की बारात में गए परिवार के लोगों व दूल्हे को जानकारी नहीं दी गई थी। लेकिन जैसे ही हादसे की सूचना घरवालों को मिली तो शादी के घर में कोहराम मच गया। हर कोई नई दुल्हन का इंतजार कर रहा था। लेकिन उन्हें क्या पता था खुशी मातम तब्दील होने वाली है।
बेटे की आंखों से निकले आंसू
कल हुए हादसे की जानकारी दूल्हे को नहीं दी गई थी। दूल्हे और परिवार के लोगों को मामूली से एक्सीडेंट की जानकारी दी गई थी। लेकिन दूल्हे को जैसे ही अपने पिता और भांजी की मौत खबर मिली तो वह मंडप में ही फफक फफक के रो पडा। इसके बाद में बारात में गए लोगों ने दूल्हे को संभाला। दूल्हे के मुंह से एक ही शब्द निकल रहा था कि न जाने किस की नजर लग गई परिवार को।
मृतक चिड़ावा कैंटीन में हैं मैनेजर
हादसे में मृतक दूल्हे के पिता शुभकरण चौधरी आर्मी से सेवानिवृत हैं और एक महीने पहले ही चिड़ावा आर्मी कैंटीन में मैनेजर लगे थे। कांट निवासी शुभकरण का परिवार वर्तमान में रामनगर झुंझुनूं में मकान बनाकर रह रहे थे और शुक्रवार को अपने इकलौते बेटे प्रवीण की बारात लेकर सीकर के न्यागली गांव जा रहे थे, शुभकरण अपने साथ छह साल की दोहिती रिशु, बेटी सीमा समेत महिला सदस्य सोनू, प्रियंका व अनिता को लेकर कार में जा रहे थे, लेकिन मंडावा रोड पर हेतमसर के नजदीक कार अनियंत्रित होकर पलट गई। जिसके बाद शुभकरण और उसकी दोहती की मौत हो गई थी।