झुंझुनूं : बाल विवाह रोकथाम के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से जागरूक किया जाएगा। इसको लेकर पूरे माह अभियान चलाया जाएगा। इसकी शुरुआत कर दी गई। बाल विवाह व राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर महर्षि दयानंद विज्ञान महाविद्यालय में जागरूकता कार्यक्रम हुआ।
कार्यक्रम में बाल विवाह व 12 नवम्बर 2022 होने वाली लोक अदालत के बारे में जानकारी दी गई। इसके बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव दीक्षा सूद की ओर से जागरूकता रैली को रवाना किया गया।
उन्होंने ने बताया की रथ पूरे झुंझुनूं में घूमकर 04 नवम्बर को आयोजित होने वाले मेगा कैंप, बाल विवाह रोकथाम अभियान आदि के बारे में आमजन को जागरूक करेगा। मेगा विधिक चेतना शिविर का आयोजन सूचना केन्द्र, झुंझुनूं में होगा। शिविर में समस्त प्रशासनिक विभागों की ओर से अपने विभागों में संचालित स्कीमों की जानकारी दी जावेगी। साथ ही कार्यक्रम में रालसा के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं की तर्ज पर बाल विवाह रोकथाम अभियान के संबंध में कार्यक्रम का आयोजन किया जावेगा।
दीक्षा सूद ने बताया की बाल विवाह रोकथाम अभियान तथा बचपन बचाओं अभियान के तहत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मुख्यधारा से जुड़ी बालिकाओं तथा विद्यार्थियों के मध्य जागरूकता को लेकर तत्पर है, क्योंकि विद्यार्थी ही भावी भारत की नवीन सीढ़ी है, जो विकास के नये आयाम तैयार कर सकती है।
उन्होंने कहा कि आमतौर पर देखा जाता है कि राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में बालक-बालिका को 18 वर्ष से पहले ही ब्याह दिया जाता है, जिसके कारण उनके मानसिक, शारीरिक व सामाजिक विकास में व्यवधान उत्पन्न होता है, जिसके कारण मुख्य तय बालिकाएं ज्यादा पीड़ित होती है। इसलिए विद्यार्थियों को चाहिए कि वे इस बात की गंभीरता को समझे व इस अभियान में योगदान दे। इस दौरान महाविद्यालय के प्रिसिंपल डॉ आर.एस.जाखड़, टीकेएन फायर सेफ्टी से मनोज शेखावत व विधिक सेवा प्राधिकरण के स्टाफ उपस्थित मौजूद रहा।