नोहर : हरियाणा क्षेत्र में ढुकड़ा गांव के समीप मंगलवार को टूटी नोहर फिडर नहर को बुधवार को भी दूरूस्त नही किया जा सका। नोहर फिडर का रेगुलेशन चलने के कारण किसान लगातार दूसरे दिन भी सिंचाई पानी से वंचित रहे। नोहर फिडर के दुरूस्तीकरण का काम हरियाणा को करना है यह बुधवार दोपहर बाद शुरू हो पाया।
नोहर फिडर नहर में बड़े क्षेत्र में कटाव आने के कारण संभवत: गुरूवार शाम तक नहर को दुरूस्तीकरण किया जा सकेगा। उधर, कटाव दुरूस्तीकरण में देरी पर किसानों ने रोष जाहिर करते हुए बताया कि बिजाई के समय नहर का टूटना किसानों पर दोहरी मार है।
किसानों ने बताया कि मंगलवार को नहर टूटने के बाद हरियाणा को जिस तेज गति से काम शुरू करना था, वह नहीं किया गया। इस मामले में सिंचाई विभाग नोहर के अधीक्षण अभियंता मूलसिंह पिछले दो दिन से हरियाणा में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार दोपहर बाद हरियाणा की ओर से नहर दुरूस्तीकरण का कार्य शुरू किया गया।
उन्होंने माना कि नोहर फिडर में कटाव आने के कारण क्षेत्र के किसानों को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि नोहर फिडर नहर व बरवाली वितरिका को मिलाकर 332 क्यूसेक क्षमता की नई नहर बनाने के संबंध में फिजिबल्टी रिपोर्ट सरकार को भेजी जा चुकी है। इस काम पर 44 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। उधर, संयुक्त किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामकुमार सहारण ने बताया कि किसान दोहरी मार झेलने को मजबूर हैं। किसानों की सुनवाई करने वाला कोई नही हैं। नोहर फिडर के माध्यम से क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवों में सिंचाई होती है।