जयपुर : खोह नागोरियान थाना इलाके में एक महिला ने फंदे से झूलकर खुदकुशी कर ली। 9 महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। शादी के बाद ही दहेज को लेकर प्रताड़ना का ऐसा खेल शुरू हुआ जो उसकी मौत के बाद ही थमा। पिता का कहना है कि कुछ दिनों तक तो सब कुछ सही चलता रहा, बाद में दहेज को लेकर आए दिन डिमांड होती रही। ससुराल वालों के उपर बाजार में 15 से 20 लाख रुपए का कर्जा था, जिसे चुकाने के लिए वह दबाव बनाया करते थे। ससुराल वालों की प्रताड़ना की वजह से उसका छह सात माह का गर्भ भी गिर गया। इसके बाद भी उनका अत्याचार कम नहीं हुआ तो उसने फंदे से झूलकर खुदकुशी कर ली। मृतका के पिता ने ससुराल पक्ष के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस ने बताया कि मृतका ममता शर्मा (28) पुत्री बद्री नारायण मालवीय नगर के मॉडल टाउन की रहने वाली थी। इसी साल 23 जनवरी को इंदिरा गांधी नगर खोह नागोरियान निवासी अनिल शर्मा (30) से उसकी शादी हुई थी।
अनिल जौहरी बाजार में जड़ाई का काम करता है। पुलिस ने बताया कि ममता ने 21 अक्टूबर की सुबह करीब 10 बजे उसने पहली मंजिल पर बने कमरे में सुसाइड कर लिया। पति कमरे में गया तो ममता का शव साड़ी के फंदे से लटका मिला।
शादी के 9 महीने में ही ममता के सुसाइड का पता चलने पर आस-पड़ोसी इकट्ठा हो गए। खोह नागोरियान थाना पुलिस सूचना पर मौके पर पहुंची। पुलिस ने मौका-मुआयना के बाद शव को फंदे से उतारा। एम्बुलेंस की मदद से शव को जेएनयू हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी भिजवाया गया। जहां मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया।
बेटी को परेशान नहीं करे इसलिए दिलवाई कार
पिता का कहना है कि ससुराल वालों ने ममता को जब ज्यादा परेशान करना शुरु किया तो उन्होंने मामले को शांत करने के लिए उन्हें कार दिलवा दी ।इसके बाद कुछ दिन तक तो सब सही चला बाद में फिर दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरु कर दिया। एक दो महीने के बाद ही दामाद अनिल ने बेटी ममता को कहा था कि उसके ऊपर 15-20 लाख रुपए का कर्ज हो गया है। तुम अपने पिता से पैसा लाकर मुझे दे, जिससे मेरा कर्ज उतर जाए।
बेटी ने पैसा लाने से मना किया तो पति सहित ससुराल पक्ष उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा। दहेज प्रताड़ना के चलते ही बेटी का 6-7 महीने का गर्भ भी गिर गया। इसके बाद उन लोगों की प्रताड़ना और भी बढ़ने से बेटी ने सुसाइड कर लिया।