झुंझुनूं : जिले का आबकारी विभाग पिछले आठ माह से शराब ठेकेदारों के बकाया 62 करोड़ 85 लाख रुपए की वसूली में उलझा हुआ है। इस वर्ष शराब कारोबार से दूरी बनाने वाले इन ठेकेदारों पर वसूली के लिए विभाग के नोटिस और चेतावनी का कोई असर नहीं हुआ है। ऐसे में अब इन ठेकेदारों की संपत्ति को कूर्क करने की तैयारी कर ली गई है। सर्वे के बाद विभाग ने बकाया जमा नहीं करवाने वाले 20 ठेकेदारों की संपत्ति की कुर्की के लिए वारंट जारी कर दिए हैं। एक माह में इनकी संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद नीलामी की प्रक्रियां शुरू करवाई जाएगी।
जिला आबकारी अधिकारी अमरजीत सिंह ने बताया कि झुंझुनूं जिले में 190 शराब की दुकानों पर पिछले वित्तिय वर्ष का 62 करोड़ 85 लाख रुपए का बकाया चल रहा है। वसूली के लिए सभी को नोटिस जारी कर दिए गए। पैसा नहीं जमा करवाने वाले शराब ठेकेदारों की संपत्ति को जब्त करने के लिए जिले में सर्वे कार्य पूरा हो गया है। पहले चरण में 20 ठेकेदारों की संपत्ति कुर्क करने के लिए वारंट जारी कर दिए गए हैं। पैसा जमा नहीं करवाने पर इसी माह कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद निलामी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
190 ठेकेदारों पर बकाया है 62 करेाड़ 85 लाख रुपए
झुंझुनूं जिले में देशी व अंग्रेजी शराब की 325 दुकान है। इनमें से तीन सौ दुकानों के ठेकेदारों पर गत वित्तिय वर्ष का 75 करोड़ 51 लाख रुपए बकाया था। ड्यूटी जब्त करने के साथ विभाग पिछले आठ माह में 110 ठेकेदारों से महज 12 करोड़ 65 लाख रुपए ही वसूल कर पाया है। वर्तमान में 190 शराब ठेकेदारों पर 62 करोड़ 85 लाख रुपए का बकाया है। बकाया वसूली के लिए चार माह पहले विभाग ने इन सभी ठेकेदारों को नोटिस जारी किए थे, लेकिन ठेकेदारों ने पैसा जमा करवाने में उत्सुकता नहीं दिखाई। यहां तक कि खेतड़ी क्षेत्र में नोटिस तामिल करवाने गए विभाग के कर्मचारी से मारपीट तक की गई। ऐसे में विभाग ने इनकी संपत्ति की कुर्की के लिए सर्वे करवाया।
कई ठेकेदारों पर है 50 लाख का बकाया
झुंझुनूं जिले में गत वर्ष ठेकेदार बने 40 से अधिक शराब कारोबारियों पर 50 लाख से अधिक का बकाया है। 20 लाख से अधिक के बकाया वालों की संख्या इससे ज्यादा है। बकाया चढ़ाने में विभाग भी जिम्मेदार है। विभाग में जमा प्रतिभूति राशि से अधिक की शराब ठेकेदारों को दी गई। बकाया का कारण शराब की गारंटी रही है। ठेकेदार समय पर गारंटी की शराब नहीं उठा सके और विभाग पर उनका बकाया बढ़ता गया। बकाया की स्थिति चिड़ावा वृत क्षेत्र में गंभीर है। वहां पर 129 दुकानों का बकाया चल रहा है। झुंझुनूं शहर में 53, खेतड़ी में 69 और नवलगढ़ में 49 दुकानों के ठेकेदारों पर बकाया चल रहा है।
पैतृक संपत्ति में साझेदारी बनी परेशानी
सर्वे के दौरान अधिकतर ठेकेदारों के नाम से संपत्ति नहीं मिली। पैतृक संपत्ति में उनकी साझेदारी सामने आई। बंटवारे में नाम नहीं होने से विभाग को कुर्की वारंट जारी करने में भी परेशानी आ रही है। विभाग ने सर्वे के बाद इस माह 20 ठेकेदारों की संपत्ति की भू राजस्व अधिनियम के तहत कुर्की के लिए वारंट जारी किया है। नियमानुसार वारंट जारी होने के एक माह में कुर्की का प्रावधान है। इसके बाद नीलामी की प्रक्रियां शुरू की जाएगी।