झुंझुनूं : संविदा सेवा नियम 2022 के विरोध में मदरसा पैराटीचर की ओर आज कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन में मदरसा पैराटीचर्स, राजीव गांधी पैराटीचर्स एवं शिक्षाकर्मी शामिल रहे। उन्होंने कलेक्ट्रेट पर एकत्रित होकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही संविदा सेवा नियम 2022 के आदेशों की होली जलाई।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने समस्त संविदा कर्मियों के साथ कुठारघात किया है। चुनावी घोषणा पत्र में कांग्रेस पार्टी ने सरकार बनने पर नियमित करने का वादा किया था, लेकिन चार साल बीत जाने के बाद भी आज तक इनको नियमित नहीं किया गया।
सरकार का फैसला सही नहीं
कोषाध्यक्ष मोहम्मद आरिफ खत्री ने बताया की हाल ही में राजस्थान सरकार ने कॉन्ट्रैक्चुअल हाइरिंग टू सिविल पोस्ट नियम 2022 के तहत नोटिफिकेशन जारी किया था, जिसमें पैराटीचर, शिक्षाकर्मी एवं मदरसा पैराटीचर के नए पद सृजित किए है, जिसमें इनका बेसिक मानदेय 10400 किया है, लेकिन उनकी योग्यता का ध्यान नहीं रखा गया है, इनके अनुभव को शून्य कर दिया है।
नई पोस्ट पर इन नियमों के आने के बाद अगले 9 साल बाद इन्हें 18500 तथा 18 साल पश्चात 32300 देने का प्रावधान है, जो की न्याय संगत नहीं है।
प्रदेश स्तर पर आंदोलन की तैयारी
वरिष्ठ पैराटीचर्स दारा सिंह ने कहा कि राज्य सरकार संविदा कर्मचारियों के साथ वादाखिलाफी कर रही है, संविदा सेवा नियम 2022 को लेकर मदरसा पैरा टीचर्स, राजीव गांधी पैराटीचर और शिक्षाकर्मी पैराटीचर्स में रोष है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही राज्य सरकार की ओर से मांगों पर ध्यान नही दिया गया तो समस्त संविदा कर्मी की ओर से प्रदेश स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
ये रही मांग
संविदा सेवा नियम का अनुभव संविदा सेवा नियम 2022 के पद में विगत 10 से 32 साल की गई सेवाओं को शामिल करते हुए माना जाए, संबंधित विभाग द्वारा प्रेषित प्रस्तावानुसार मानदेय निर्धारित करने, बेसिक ग्रेड पे निर्धारित करने, जिन संविदा कर्मियों को पाच वर्ष पूरे हो चुके है, उन्हें संविदा सेवा नियम 2022 के बिंदु संख्या 20 के अनुसार स्क्रीनिंग कर नियमित करने की मांग की गई।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर दारा सिंह, अकरम खां सोती, इकरार अहमद, आरिफ अली, पुरुषोत्तम, आवेद, सुनील कुमार, आबिद अली, शब्बीर पठान, तैयब हुसैन, मकसूद अली, समीरा बानो, जमील खां, इस्माइल, अब्दुल गफ्फार, आसीफ, नौशीना , विकास पूनिया, सुरैया बानो, गजेंद्र वर्मा, उषा कुमारी, आरीफ खान, आदिल खान, हमीद खां, सहीराम खटोड, आसिफ खां, नफीसा बानो, सुनील कुमार सहित बडी संख्या में पैराटीचर्स मौजूद रहें।