दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल सरकार द्वारा पिछले 11 वर्षों में जनता की अनदेखी व उनके प्रति निष्क्रियता के कारण आम आदमी पार्टी के प्रति जनता का मोह भंग हो चुका है और विकासपुरी में भीड़ द्वारा अरविन्द केजरीवाल के विरोध करने की घटना को आम आदमी पार्टी ने हमला करार देकर एक बार फिर जनता से सहानूभूति बटौरने वाला इवेंट बनाकर पेश किया है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सहित आम आदमी पार्टी के नेताओं का भ्रष्टाचार सबके सामने है कि इन्होंने अपने काम सिद्ध करने के अलावा कुछ नही किया है। दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल और उनके विधायकों द्वारा निकाली जा रही पदयात्राओं या चुनावी कार्यक्रमों में जनता सामने आकर इनका विरोध कर रही है, क्योंकि केजरीवाल न पूरी हो सकने वाली योजनाओं की चर्चा तो कर है, लेकिन 11 वर्षों में दिल्ली 50 वर्ष पीछे पहुॅच गई इसका जवाब किसी के पास नही है।
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली की जनता पूरी तरह समझ चुकी है कि अरविन्द केजरीवाल चुनावों से पहले उनसे खोखले वादे करके वोट तो हासिल कर लेते है परंतु जनता की मूलभूत सुविधाओं पर अगले 5 वर्ष तक कोई ध्यान नही देते। की सत्ता के लिए आम आदमी पार्टी और भाजपा में चल रहा आपसी द्वंद दिल्ली की जनता अच्छी समझ चुकी है और एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप की औछी राजनीति से जनता भी तंग आ चुकी है। क्योंकि केन्द्र और राज्य के दोनो सत्तादल राजधानी में वायु और जल प्रदूषण, बिजली दरों में बढ़ोत्तरी, गंदा पानी, जल भराव, बदहाल सड़के, शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था, पेंशन, राशन, नालों और नालियों, जहां झुग्गी वाही मकान, अनाधिकृत कालोनियों, पुनर्वास कॉलोनियों, झुग्गी झौपड़ी में मूलभूत समस्याओं के निदान के लिए कोई काम नही किया है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली सरकार की सत्ता पर आसीन आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल ने स्वयंभू वाली नीति और दिल्ली छोड़ दूसरे राज्यों में राजनीति के प्रसार में व्यस्त रहने के कारण राजधानी का इन्फ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। दिल्ली को नशे की राजधानी बनाने के लिए बनाई गई शराब नीति में हुए हजारों करोड़ के भ्रष्टाचार के आरोप में 6 महीने जेल रहने के बावजूद केजरीवाल दिल्ली वालों से माफी मांगने की बजाय दिल्लीवालों को भ्रमित करने की राजनीति कर रहे है। मैं आम आदमी पार्टी से पूछना चाहता हूं कि पदयात्रा के दौरान जब केजरीवाल के ईद गिर्द आप के कार्यकर्ता रहते है तो कैसे कोई उन पर हमला कर सकता है? कहीं ऐसा तो नही आम आदमी पार्टी के गिरते ग्राफ को देखते हुए जनता से सहानूभूति लेने के लिए अपने ही कार्यकर्ता द्वारा घटनाक्रम को अंजाम तो नही दिया?