उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एंटी करप्शन टीम ने बीते दिन मंगलवार को पॉलिटेक्निक चौराहे के पास से गाजीपुर थाने में तैनात सिपाही जाहिद हुसैन और दो युवकों 15 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। ये रिश्वत धोखाधड़ी और धमकी के एक मामले में 2 लोगों का नाम हटाने के लिए ली गई थी।
आरोपी सिपाही हुआ सस्पेंड
एंटी करप्शन टीम ने जानकारी देते हुए बताया कि विवेचक सब इंस्पेक्टर मुन्ना सिंह के कहने पर सिपाही रिश्वत लेने पहुंचा था। उसके साथ मौजूद दोनों युवक पीड़ित और पुलिस के बीच मध्यस्थता कर रहे थे। दूसरी तरफ DCP उत्तरी अभिजीत आर शंकर ने आरोपी सिपाही को सस्पेंड कर दिया है।
एंटी करप्शन टीम के अनुसार, सिपाही जाहिद के साथ सीतापुर के रेउसा निवासी कल्मान और अमराई गांव निवासी मो. जावेद सिद्दकी को दबोचा गया है। मुलायम नगर निवासी अजीमुल रहमान मलिक ने विवेचक मुन्ना सिंह और सिपाही जाहिद के रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। इसी शिकायत पर टीम गठित की गई थी। टीम के साथ अजीमुल, सिपाही को रुपए देने के लिए पॉलिटेक्निक चौराहे पहुंचा। जहां सिपाही ने रुपए बिरयानी दुकानदार कल्मान और जावेद को दिलवाए। दुकानदार ने यह रुपए गल्ले में रखे और अलग से 15 हजार रुपए सिपाही को दे दिए। इस बीच ही टीम ने तीनों को पकड़ लिया। यह पूरी कार्रवाई पीड़ित की शिकायत और घूस मांगने की एक ऑडियो रिकार्डिंग के आधार पर की गई।