महोबा : अकीदतमंदों ने अंगारों से अलाव खेल हज़रत इमाम हुसैन को किया याद, निकाले ताजिया व पूरी रात चलता रही बजरौटी

उत्तर प्रदेश के महोबा में इस्लाम धर्म, सच्चाई और ईमान की खातिर सज़दे में अपना सर कटाने वाले हज़रत इमाम हुसैन को यूँ तो सारी दुनिया में अपने-अपने तरीके से याद किया जाता है। लेकिन उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में मुहर्रम कि नौंवीं तारीख को इमाम हुसैन की याद में अंगारों से अलाव खेल इस्लाम के मानने वाले अकीदतमंदों ने आपसी मोहब्बत और सब्र का पैगाम दिया है।

 

इस्लाम धर्म के पैगम्बर मुहम्मद साहब के नवासे इमाम हसन और इमाम हुसैन ने सच्चाई और अपने नाना हज़रत मोहम्मद मुस्तफा से बचपन में किए वादे और उम्मत के लिए अपनी जान कि परवाह नहीं की और इमाम हुसैन मोहर्रम की 10 तारीख को कर्बला के मैदान में शहीद हो गए। उनकी इस शहादत को इस्लाम के लोग ही नहीं बल्कि सभी धर्मों के लोग याद करते है। माना जाता है कि इमाम हुसैन दुलदुल नाम के घोड़े पर सवार होकर कर्बला के मैदान में यजीदी फौज से अपनी उम्मत और सच्चाई के लिए जंग करने गए थे और नमाज के वक्त सजदे में सर कटाकर अपने आप को दीन इस्लाम की खातिर कुर्बान कर दिया था।

 

बताया जाता है कि इस्लाम धर्म के पैगम्बर मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हसन और हजरत इमाम हुसैन ने बचपन में अपने नाना मोहम्मद साहब को वचन दिया था। करबला के मैदान में इस्लाम की खातिर अपनी शहादत देंगे बचपन मे दिए वचन को निभाने की खातिर और अपनी उम्मत के लिए मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन ने अपने बहत्तर साथियों के साथ करबला के मैदान में शहादत दी थी। तभी से इस्लाम को मानने वाले उनके अनुयायी। इसी याद को ताजा करने के लिए इस गम के माहौल में मोहर्रम की 9 तारीख को आग के अंगारों से अलाव खेलने की परंपरा को निभाते चले आ रहे हैं।

 

महोबा शहर के सात स्थानों में अलाव का आयोजन किया जाता है इसमें हजारों की संख्या में अकीदतमंद हिस्सा लेकर अंगारों से अलाव खेलकर कर्बला के शहीद हज़रत इमाम हुसैन को याद करते हैं। अलाव के बाद शहर के तकरीबन 41 ताजियों को इमाम चौक से उठाकर तय रूट से निकाला गया। शहर के शुक्रवारी बाजार, हवेली दरवाजा, चौसियापुरा, काजीपुरा, मगरियापुरा, बन्धानवार्ड सहित जकरिया पीर में अलाव का आयोजन किया गया। मोहर्रम की 9 तारीख को पूरी रात चलने वाले आयोजनों में भारी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं। तो वहीं शहर के अलग-अलग 14 इमामबाड़ों से ढाल सवारियां निकाल मातमी धुनों में अकीदतमंद ढाल सवारी खेलते दिखाई दिए।

 

सुरक्षा की दृष्टि से सभी ताजियों, इमामबाड़ों,अलाव स्थलों सहित शहर के सभी प्रमुख चौराहों में भारी पुलिसबल तैनात किया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से शहर को एक जोन और चार सेक्टरों में बांटा गया है सभी सेक्टरों में सेक्टर मजिस्ट्रेट और पुलिसबल तैनात किया गया है। एएसपी सत्यम,सीओ दीपक दुबे ,एसडीएम जीतेन्द्र कुमार एवं नायब तहसीलदार शहर के घूम-घूमकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे।

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