18 वीं लोकसभा सत्र के पहले दिन की शुरुआत आज यानी सोमवार को हो गई। सत्र के पहले दिन ही विपक्षी पार्टियों का जोरदार हंगामा देखने को मिला। जिसमें विपक्षी सांसदों ने संविधान की कॉपियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इसी दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि मोदी जी ने संविधान तोड़ने की कोशिश की, इसलिए आज सभी दलों के नेता एक साथ आए हैं और विरोध कर रहे हैं। यहां गांधी की मूर्ति थी, वे सभी लोकतांत्रिक मानदंडों को तोड़ रहे हैं, इसलिए आज हम दिखाना चाहते हैं कि मोदी जी, आपको संविधान के अनुसार आगे बढ़ना चाहिए।
इसके साथ ही खरगे ने इमरजेंसी पर दिए गए पीएम के बयान पर कहा कि बार-बार वह एक ही बात करते हैं, उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है। पीएम मोदी की आपातकाल वाली टिप्पणी पर वे कहते हैं, “वे यह बात 100 बार कहेंगे। बिना इमरजेंसी की घोषणा किए आप यह कर रहे हैं। एक ही बात को बार-बार कर के आप कब तक हुकुमत करना चाहते हैं ?
यहीं नहीं खरगे ने अपने सोशल मीडिया हैंडल का सहारा लेते हुए पीएम पर तंज कसते हुए कहा कि पीएम हमेशा जिन शब्दों का इस्तेमाल करते हैं उसे आज जरूरत से ज्यादा बोल गए है, इसे कहते हैं कि रस्सी जल गई लेकिन बल नहीं गया। पूरे देश ने पीएम से आशा लगाई थी कि वो अपने भाषण में अहम मुद्दों की बात करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लोगों ने सोचा था कि वह NEET व अन्य भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक के बारे में युवाओं के प्रति कुछ सहानुभूति दिखाएंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया क्योंकि इसमें उनके सरकार की धांधली और भ्रष्टाचार है जिसकी जिम्मेदारी उन्होंने नहीं ली। न ही उन्होंने हाल ही में पश्चिम बंगाल में हुए रेल दुर्घटना के बारे में कुछ कहा। एक साल से ज्यादा समय मणिपुर में हिंसा हो रही है लेकिन न ही पीएम मोदी वहां गए और न ही हाल की हिंसा का जिक्र किया।