नोएडा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए देश-विदेश के कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एडमिशन के नाम पर स्टूडेंट्स से ठगी करने वाले गिरोह के 6 लोगों को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से 7 डायरी बरामद की है। जिससे पूरा नेटवर्क चल रहा था। जिसे अब ट्रेस कराया जा रहा है। इसमें क्लाइंट के बहीखातों की डिटेल भी है। जिसकी जांच की जा रही है। इन 6 लोगों में 2 युवती हैं। ये सभी एजुकेटड और ट्रेंड है, जिनका काम एजेंट के जरिए लाए गए स्टूडेंट्स का माइंड वॉश कर ट्रैक में फसाना था।
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर पांच करोड़ 6 लाख 50 हजार रुपए के 61 चेक, ठगी में इस्तेमाल कार, 3 लाख 90 हजार रुपए नकद, दो लैपटॉप, 16 मोबाइल अन्य सामान बरामद किए है। पुलिस के अनुसार, ये लोग अभी तक 500 से ज्यादा स्टूडेंट्स से ठगी कर चुके है। गिरोह के सरगना दोनों युवती व अन्य लोगों को 40 से 50 हजार रुपए सैलरी दिया करते थे।
पुलिस ने इन सभी को किया गिरफ्तार
पुलिस ने नोएडा के सेक्टर-62 से बिहार के पटना निवासी राहुल कुमार और अनुपम कुमार, नागपुर के दयानंद पांडेय, आगरा के सचिन सिंह, गोरखपुर की विदुषी लोहिया और झारखंड के जमशेदपुर निवासी निकिता उपाध्याय को गिरफ्तार किया है। लेकिन गिरोह का एक अन्य सरगना सोनू अभी फरार हैं। जिसकी तलाश की जा रही है।
मामले में क्या बोली पुलिस ?
इस मामले में जानकारी देते हुए एडीसीपी ने बताया कि हाल ही में सभी बोर्ड के 12वीं के परीक्षा के परिणाम आ चुके है। प्रतियोगी परीक्षाओं के रिजल्ट आ रहे है। ऐसे में इस गिरोह ने अपनी एक्टिविटी ज्यादा तेज कर दी थी। इसके चलते एक लिंक मिला और इनको ट्रैक किया गया। बता दें नोएडा में इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके है।
दूसरी तरफ एसीपी शैव्या गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरोह के सभी सदस्य पढ़े लिखे हैं। 30 साल के राहुल ने पटना यूनिवर्सिटी से बीएससी, अनुपम कुमार ने पटना के फर्ग्यूसन कॉलेज से बीबीए, दयानंद पांडेय ने नागपुर के आंबेडकर कॉलेज से बीकॉम, सचिन ने आगरा के लक्ष्मीबाई कॉलेज से बीए, विदुषी ने पटना विश्वविद्यालय से बीकॉम और निकिता ने बोकारो यूनिवर्सिटी से बीबीए किया है। राहुल और अनुपम गिरोह के अन्य सदस्यों को 40 से 50 हजार प्रतिमाह बतौर सैलरी देते थे। ठगी की रकम में भी कमीशन दिया जाता था।