उत्तर प्रदेश : ‘सोच-समझकर मुस्लिम कैंडिडेट्स को मौका…’ मायावती ने हार के बाद दिए क्या संकेत

लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर बीएसपी अपना खाता तक नहीं खोल पाई है। जबकि विपक्षी दलों के गठबंधन ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए पर बढ़त दर्ज की है। इस हार के बाद अब पार्टी सुप्रीमो मायावती की प्रतिक्रिया सामने आई है। मायावती ने कहा है कि इस बार चुनाव में अपनी पार्टी बीएसपी का अकेले ही, पार्टी से जुड़े लोगों के बलबूते पर बेहतर रिजल्ट के लिए जो संभव पूरा-पूरा प्रयास किया गया है, जिसमें खासकर दलित वर्ग में से मेरी खुद की जाति के लोगों ने अधिकांश अपना वोट बीएसपी को देकर जो अपनी अहम मिशनरी भूमिका निभाई है तो उनका भी मैं विशेषकर पूरे तेहदिल से आभार प्रकट करती हूं।

 

बीएसपी चीफ ने कहा कि साथ ही बहुजन समाज पार्टी का खास अंग मुस्लिम समाज जो पिछले कई चुनावों में व इस बार भी लोकसभा उपचुनाव में उचित प्रतिनिधित्व देने के बावजूद भी बीएसपी को ठीक से नहीं समझ पा रहा है तो अब ऐसी स्थिति में आगे इनको काफी सोच समझ के ही चुनाव में पार्टी द्वारा मौका दिया जाएगा। ताकि आगे पार्टी को भविष्य में इस बार की तरह भयंकर नुकसान न हो, इन्हीं खास बातों के साथ ही अब मैं अपनी बात नहीं समाप्त करती हूं। सात चरणों में हुए आम चुनाव, अब लगभग ढाई महीने के लंबे समय के बाद, आज चुनाव परिणाम के साथ अपने समापन पर है जबकि हमारी पार्टी चुनाव आयोग से शुरू से ही यह मांग करती है कि चुनाव बहुत लंबा नहीं खिंचना चाहिए, बल्कि आम लोगों को हितों के साथ-साथ, चुनाव ड्यूटी में लगने वाले लाखों सरकारी कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों आदि के व्यापक हित व सुरक्षा पर ध्यान रखते हुए तीन या चार चरणों में चुनाव कराया जाए।

 

Web sitesi için Hava Tahmini widget