उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक सवाल जो सभी के दिमाग में चलता रहता है कि मायावती के बाद दलित राजनीति का चेहरा कौन ? वैसे तो बीएसपी अध्यक्ष कह रही हैं कि वे अभी रिटायर नहीं हुई हैं। लेकिन दलित राजनीति के नेतृत्व को लेकर आकाश आनंद और चंद्रशेखर में जंग छिड़ गई है। लोकसभा चुनाव में इस बार मायावती नहीं उनके उत्तराधिकारी आकाश आनंद ने प्रचार की शुरुआत कर दी है। मायावती के भतीजे आकाश अब बीएसपी में नंबर 2 पर हैं। वे पार्टी के नेशनल कॉर्डिनेटर भी है। आकाश आनंद इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे, लेकिन वे पार्टी के स्टार प्रचारक बने हुए है। उन्होंने पहली रैली यूपी के नगीना लोकसभा सीट से की यहां से उनके कट्टर विरोधी चंद्रशेखर रावण चुनाव लड़ रहे हैं। वह अपनी पार्टी आजाद समाज पार्टी से चुनाव मैदान में हैं। पार्टी के स्टार प्रचारक बने आकाश आनंद ने जनसभा में चंद्रशेखर आजाद पर खूब हमले बोला उन्होंने बिना नाम लिए इशारों ही इशारों में कहा कि वह सड़क पर हमारे लोगों को उतार कर लड़ाई लड़ने की बात करता है लेकिन अपना मुकद्दर बनाने के बाद यह आपको छोड़कर चला जाता है। यहां देखें पूरा वीडियो
गैरतलब है कि चंद्रशेखर आजाद नगीना सीट से चुनावी ताल ठोक रहे हैं। ऐसे में नगीना में बहुजन विरासत की लड़ाई दिलचस्प हो गई है। चंद्रशेखर के खिलाफ बसपा कैंडिडेट सुरेंद्र मैनवाल का प्रचार करने आकाश आनंद उतर गए हैं। वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो मुस्लिम वोटर अभी रमजान की वजह से पूरी तरीके से खामोश है और रमजान के बाद मुस्लिम ये तय कर सकते हैं कि वह बीएसपी के साथ जाएं या चंद्रशेखर आजाद के लेकिन जिस तरीके से अपनी पहली रैली में आकाश आनंद ने चंद्रशेखर आजाद को निशाने पर लिया है। इससे साफ दिख गया कि नगीना में बहुजन वोटों में बड़ा बिखराव होना तय है।