यूपी के हापुड़ जिले में पुलिस ने एक फर्जी आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है। आरोपी फर्जी आईएएस बनकर सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठता था। पुलिस के आरोपी के पास से आईफोन समेत 2 मोबाइल फोन, इनकम टैक्स विभाग की फर्जी रसीदें, आईएएस अधिकारी का फर्जी आई कार्ड, नकदी बरामद किया है।
ये है मामला…
दरअसल, बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के गांव गजालपुर निवासी अनिल कुमार ने साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि वह श्री हरि जी परमात्मा महाराज वाग बहादुरी नगरी तहसील पटयाली जिला एटा का अनुयायी है। वह अक्सर महात्मा के आश्रम में आता-जाता रहता है। कुछ समय से एक व्यक्ति ने उसे फोन किया और बताया कि वह महात्मा का अनुयायी है। रिपोर्ट में बताया कि आरोपी ने खुद को आईएएस अधिकारी बताया। वह अपने कोटे से चतुर्थ श्रेणी में 2 खाली पदों पर नौकरी लगवा सकता है। पीड़ित व उसके पड़ोस में रहने वाले भतीजे दीपक से क्रमशः 70 हजार रुपये व एक लाख 6 हजार 700 रुपये नौकरी लगाने की बात बोलकर ऑनलाइन मंगवा लिए और कागजात भी मंगवा लिए। पीड़ित ने आरोपी से तैनाती के बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसका पूरा नाम निशान्त जैन है। वह आईएएस है। जालौन में डीएम के पद पर है। आईकार्ड व्हाट्सएप पर प्रार्थी को भेजा गया।
यहीं नहीं पीड़िता ने ये भी बताया है कि उसकी व उसके भतीजे की कहीं नौकरी नहीं लगी तो उन्होंने रुपए वापस मांगे। तो जवाब मिला कि जल्द इनकम टैक्स हापुड़ में नियुक्ति मिल जाएगी। आरोपी ने कुछ दिन बाद इनकम टैक्स हापुड में 2 नियुक्ति पत्र व्हाटसएप पर भेजे। पीड़ित जब नियुक्ति पत्र लेकर इनकम टैक्स विभाग हापुडं पहुंचा तो वो नियुक्ति पत्र और रसीद फर्जी निकली। पीड़ित ने पैसे वापस मांगे तो वह बार-बार चकमा देता रहा। तब उसे पता चला कि उसके साथ स्कैम हुआ है। पीड़ित ने आरोपी पर ज्यादा दबाव दिया तो आरोपी ने 20 हजार रुपए वापस कर दिए है। उसके बाद से वह उसका फोन नहीं उठा रहा है।
मामले में ये बोली पुलिस
उधर, इस मामले में जानकारी देते हुए एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि जांच में एक व्यक्ति का नाम सामने आया है जिसका नाम प्रियांशु निवासी मेरठ है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह जगह-जगह जाकर कीर्तन में भाग लेता है। आरोपी यहां पर हरिजी परमात्मा महाराज के सत्संग में गए थे। जहां पर उसकी शिकायतकर्ता से मुलाकात हुई थी और उनका मोबाइल नंबर लेकर अपने आपको आईएएस अधिकारी बताकर उनको झांसे में ले लिया। इन्होंने अपने इंस्टाग्राम और यूट्यूब माध्यमों से कुछ आईएएस अधिकारियों की रील या फोटो, वीडियो को डाउनलोड करके अपने स्टेटस में लगाया। जिससे लोगों को यह लगे की यह सही में आईएएस अधिकारी है।
एसपी अभिषेक वर्मा के अनुसार, आरोपी ने पीड़ित से करीब 1.45 लाख रुपए ले लिए है। जब आरोपी से पैसे वापस मांगे गए तो अलग-अलग बहाना बनाकर टाल मटोल करने लगा। पुलिस ने पूरे मामले की जांच कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। मुकदमा दर्ज कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।