टेक्नोलॉजी, इंवेंशन और इंडस्ट्राइलाइजेशन के इस दौर में उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में हमीरपुर जनपद के मौदाहा थाना स्थित खेर का डेरा गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। आजादी के 75 साल बाद भी इस गांव में ना तो अच्छी सड़क नहीं अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं गांव में आने वाले वाहन गांव से 2 किलोमीटर पहले ही खड़े हो जाते हैं, और गांव में एंबुलेंस का आना तो लगभग नामुमकिन ही है।
आजादी के 75 साल बाद भी आज इस गांव में सुख सुविधाओं के लिए तरस रहे ग्रामीण, न पीने में लिए साफ पानी और न ही 24 घंटे बिजली। यहां तक कि गांव में जब बेटियों की शादी होती है तो परिवार उन्हें अपने कंधों पर बैठ कर विदा करता है ऐसे हालात हैं, कि अगर कुछ अनहोनी होती है, तो गांव में एंबुलेंस का आना तो लगभग नामुमकिन है, मरीज को दो से तीन किलोमीटर तक उठा कर ले जाना पड़ता है। गांव में अच्छी सड़क ना होने की वजह से गांव के 2–3 किलोमीटर पहले ही चार पहिया वाहन ठप्प पड़ जाते हैं।