ग्राम पंचायत मोतीपुर में सरपंच सहित उसके देवर के खिलाफ़ ग्रामीणों ने मनमानी करने का आरोप जन चौपाल में कलेक्टर के समक्ष किया था जिससे सरकारी जमीन पर कब्जा किसी व्यक्ति विशेष को लाभ देने के साथ सरंक्षण देने का आरोप ग्रामीणों के द्वारा कलेक्टर दुर्ग सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के समक्ष लिखित शिकायत कि गईथीं ग्राम पंचायत मोतीपुर में खसरा नंबर-326 रकबा 5.50 हे. शासकीय उचित मूल्य के दुकान एवं सहकारी सोसायटी की भूमि हेतु आरक्षित भूमि है जिसे हेमराज पाल को अवैध कब्जा कराकर हेमराज पाल से बड़ी राशि लेकर उक्त भूमि को विक्रय करने का आरोप भी ग्रामीणों ने लगाया है जिस पर हेमराज पाल के द्वारा गोदाम एवं व्यवसायिक कॉम्पलेक्स बनाया गया है जबकि उक्त शासकीय भूमि उचित मूल्य की दुकान हेतु आरक्षित भूमि है। ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए मांग की है कि उक्त भूमि पर से हेमराज पाल से कब्जा मुक्त कराया जाना आवश्यक है। इसके साथ साथ सरपंच योगिता साहू एवं उसके देवर परस साहू के द्वारा हेमराज पाल को संरक्षण दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री आवास के लिए आरक्षित भूमि पर बनाया गया गोदाम
ग्राम मोतीपुर के आर.सी.एम. भाठा की भूमि जो पी.एम. आवास हेतु आरक्षित भूमि है उसे भी हेमराज पाल के द्वारा कब्जा कर गोदाम बनाया गया है तथा खसरा नंबर-326 में हेमराज पाल के द्वारा बेसकीमती जमीन पर बाउंड्री वॉल बनाकर रेत भण्डारण किया गया है। मोतीपुर के भाठापारा स्थित खसरा नंबर-326 के शेष भूमि पर अवैध प्लाटिंग कर व फर्जी पट्टा तैयार कर भोले भाले व्यक्त्तियों नाम से फर्जी एग्रीमेंट कर किसी अन्य व्यक्तियों के पास बेच देता है एवं फर्जी पट्टा प्रिंट करवा कर देने वाले को प्रदान करते हैं। परस साहु पैसा लेकर उक्त भूमि पर अवैध प्लाटिंग कर विक्रय करने का प्रयास किया जा रहा है जिसका जांच कराया जाना आवश्यक है। इस तरह की शिकायत लेकर ग्रामीणों ने जन चौपाल में कलेक्टर से शिकायत करते हुए उचित कार्यवाही की मांग ग्रामीणों द्वारा की गई है।
इसी मामले पर कलेक्टर ने संज्ञान लेते हुए जांच कमेटी बनाई हैं। जांचकर्ता कमेटी द्वारा सूचना पारित कि गई है। उपरोक्त विषय के सन्दर्भ के परिपालन में दिनांक 11/3/2024 को दिन सोमवार 12: 00 बजे जांच किया जाना तय किया गया है।
जब हमारे संवाददाता ने इस विषय पर सरपंच से बात की तो सरपंच ने सारे आरोप को बेबुनियाद बताया और आवेदककर्ता परषोत्तम के खिलाफ़ कुछ सबूतों का हवाला दिया। बहरहाल हकीकत जांच कमेटी कि रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा।