उत्तर प्रदेश के शामली जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां एक मीट व्यापारी को पुलिसकर्मियों ने रविवार रात करीब 12 बजे दीवार फांदकर घर में घुसकर जबरदस्ती हिरासत में लिया। फिर थाने ले गए। लेकिन आधे घंटे बाद डेड बॉडी उसके घर पर फेंक कर चले गए। घटना के मामले में परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। वहीं परिजनों ने बिडोली चौकी इंचार्ज व तीन अन्य पुलिसकर्मियों पर हत्या का आरोप लगाया है। उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं। मीट व्यापारी के भाई पर गैर जमानती वारंट था। उसी मामले में पुलिस उसके घर पर छापेमारी करने आई थी।
परिजनों ने लगाया ये आरोप
परिजनों का आरोप है कि भूरा उर्फ फरमान को चौकी ले जाने के आधे घंटे बाद पुलिस कर्मी उसका शव घर पर फेंक कर चले गए। उसकी गर्दन की हड्डी टूटी हुई थी। उसके पूरे शरीर पर लाठियों से पीटने के निशान पड़े थे।परिजनों का साफ तौर से कहना है कि भूरा ने आज तक कोई क्राइम नहीं किया और न इसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड है। लेकिन फिर भी चौकी इंचार्ज रुपयों के लालच में आकर इसको जबरदस्ती उठाकर लेकर गए थे। फिर कुछ ही देर में इसको मारकर यहां डालकर चले गए। वहीं इसके बाद से बिडोली चौकी इंचार्ज विनय कुमार व अन्य तीनों पुलिसकर्मी मौके से फरार है।
मृतक भूरा की मां का कहना है कि वह केवल अपनी मीट की दुकान चलाता था। मेरे बेटे के 5 बेटे और 1 बेटी है। पुलिस कर्मी उसे जबरन ले गए। फिर थाने में ले जाकर मार डाला। उसने आज कोई क्राइम नहीं किया और ना इसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड है।
इस मामले में एसपी अभिषेक ने बताया कि घटना के मामले में पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं। जो भी तथ्य निकल कर आएंगे कार्रवाई की जाएगी।