पिछले कुछ दिनों से अपनी मांगो को पूरा कराने के लिए किसान एक बार फिर सड़कों पर उतर आए हैं। किसान कैसे भी करके दिल्ली आना चाहते है लेकिन प्रशासन द्वारा छोड़े जा रहे आंसू गैस के गोले किसानों को दिल्ली आने से रोकते नजर आ रहे है। इसी बाच यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की मासिक पंचायत में किसान नेता चौधरी राकेश टिकैत ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि ” टिकैत परिवार किसान आंदोलन में गोली खाने को तैयार है। लेकिन किसानों का साथ नहीं छोड़ेगा। आंदोलन में टिकैत परिवार का एक सदस्य शहादत देगा। सरकार की यही मंशा है तो हम पीछे नहीं हटेंगे। “
आंदोलन की रूप रेखा बताते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि सीमा पर नहीं तो आंदोलन के दौरान किसानों की मांगों के लिए सीने पर गोली खाएंगे। लेकिन पीछे नहीं हटेंगे। एमएसपी कानून से कम उन्हें कुछ भी मंजूर नहीं है। 21 फरवरी को यूनियन के कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पर ट्रैक्टरों के साथ मार्च करेंगे और इसके बाद 26 तथा 27 फरवरी को हरिद्वार से लेकर गाजीपुर बार्डर तक उस दिशा को मुंह कर ट्रैक्टर खड़े किए जाएंगे।
किसानों का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए आंदोलन जरुरी
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा ,यह सरकार पूंजीपतियों की है जो किसानों की कोई चिंता नहीं करती। यदि किसानों को अपना भविष्य सुरक्षित रखना है तो आंदोलन करना पड़ेगा। पंजाब से दिल्ली जा रहे किसानों को रोकने में सरकार जितनी ताकत लगा रही है, वह ठीक नहीं है। सरकार को किसानों से बात करनी चाहिए। मैं मरते दम तक किसानों के साथ खड़ा रहूंगा।