उदयपुर : किताबों से भरा यह बैग है उदयपुर की पीड़ित बच्ची का। पिता के साथ बाजार जाकर खुद बैग लाई, उसमें बड़े अरमान के साथ किताबों के रूप में अपने सुनहरे सपने भरे। लेकिन ये सपने अब चूर-चूर हो चुके हैं। महीनों से बच्ची सदमे में है और बैग कोने में पड़ा है। स्कूल के साथ उसकी पढ़ाई भी छूट चुकी है।
यह खबर उस समाज का चेहरा है जाे किसी लड़की या महिला से दरिंदगी होने पर ‘बहुत गलत हुआ’ कहता है लेकिन अश्लील वीडियाे/फोटो काे वायरल होने से रोकता नहीं। ऐसी पीड़िताओं को घर-गली सब छोड़ देना पड़ता है। दूसरी जगह भी मुंह छिपाकर जीना पड़ता है। कई मजदूरी कर पेट पाल रही हैं। देश में 2021 में ऐसे वीडियो वायरल होने के 1896 मामले सामने आए। ओडिशा, असम, यूपी, दिल्ली आदि के बाद राजस्थान 13वें पायदान पर है। यहां 2021 में ऐसे 46 व 2022 में 136 मामले सामने आए।
बच्ची का अश्लील वीडियो बना स्कूल के ग्रुप में डाला, पढ़ाई छूटी…किताबों से भरा बैग तब से यूं ही पड़ा है
उदयपुर में पड़ोसी नाबालिग ने दसवीं की एक बच्ची का चोरी-छिपे अश्लील वीडियाे बनाकर किसी से शेयर कर दिया। उसने वीडियाे स्कूल फ्रेंड्स के ग्रुप में डाल दिया। स्कूल से फाेन आया तो परिजन ने रिपाेर्ट दर्ज कराई। बच्ची के पिता कहते हैं- तब से बच्ची स्कूल नहीं जा रही। उसका स्कूल बैग दो महीने से वैसे ही रखा हुआ है। बांसवाड़ा की एक बच्ची 2012 में स्कूल जा रही थी तब गांव के एक युवक ने अगवा कर उससे दुष्कर्म किया। वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। पीड़िता कहती है- जहां पैदा हुई, उस गांव की बहुत याद आती है। लेकिन नहीं लौट सकती।
जैसलमेर: सदमे में आईं पीड़ित युवती की मां, 20 दिन तक आईसीयू में भर्ती रहना पड़ा
अपहरण कर युवती से जबरन फेरे लेने का वीडियो बनाकर आराेपियों ने वायरल कर दिया। युवती के भाई ने बताया- मां सदमे में आ गईं। 20 दिन आईसीयू में रहीं। आनन-फानन बहन की दूसरी जगह शादी करनी पड़ी।
राजसमंद: किसे कैसे मुंह दिखाऊं, पिता व भाई के सामने जाने से भी हिचकती हूं
रेलमगरा में युवक ने धोखे से युवती के अश्लील फाेटाे लिए, वायरल कर दिए। युवती कहती है- आराेपी भले ही जेल चला गया, मैं आज तक पीड़ा झेल रही हूं। परिवार ने हिम्मत दी लेकिन किसे कैसे मुंह दिखाऊं। पिता व भाई के सामने जाने से भी हिचकती हूं। वर्षों से घर में कैद हूं। डर लगता है कि कहीं किसी के पास वे फाेटाे सेव ताे नहीं हाेंगी।
टोंक: वीडियो ने जिला ही छुड़वा दिया, चेहरे पर दरिंदों के दिए जख्म छिपाए जी रही हूं
टोंक में एक महिला को बेरहमी से पीटा, पति के सामने पेशाब पिलाया गया। लाेगाें ने बचाया नहीं, वीडियाे बनाया। पीड़ित पति-पत्नी ने बताया- हमारा सब कुछ छूट गया। 200 किमी दूर गुमनाम जी रहे हैं। घाव के निशान चेहरे पर हैं, तो मुंह छिपाए रखना पड़ता है।
ऐसे मामलों में 67 आईटी एक्ट व अन्य धाराओं में केस होता है। कानून और सख्त करने की जरूरत है। -रविप्रकाश मेहरड़ा, डीजी, सायबर क्राइम