झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी में राजस्थान राज्य सेवा परिषद के कर्मचारियों ने सोमवार को अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर कार्य का बहिष्कार कर दिया। इस दौरान उन्होंने तहसील परिसर में नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन करते हुए पूर्व में हुए समझौता को लागू करने की मांग की है। एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में बताया कि 4 अक्टूबर 2023 को राजस्थान राज्य सेवा परिषद व सरकार के बीच लिखित समझौते किए गए थे, लेकिन पूर्व में हुए समझौते की क्रियान्वती नहीं होने के कारण कर्मचारियों की समय-समय पर ज्ञापन देखकर अवगत करवाया गया था।
इसके बाद 17 अप्रैल 2023 को नए सिरे से मांग पत्र मुख्यमंत्री आवास पर देखकर सात सूत्री मांगों को पूरा करने के लिए अवगत करवाया गया था, लेकिन राज्य सरकार की ओर से कर्मचारियों की मांगों को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई देने से अब कर्मचारी कार्य बहिष्कार आंदोलन पर उतर आए हैं।
नायब तहसीलदार विजयपाल सिंह ने बताया कि सीधी भर्ती में आरटीएस को सीधे तहसीलदार पद पर संक्षिप्त करने तथा मंत्रालयिक कर्मचारी का पदोन्नति कोटा समाप्त करना, वरिष्ठ पटवारी पद का विलोपन किया जाना, पदोन्नति पद के अनुरूप चयनित वेतनमान लागू करते हुए पटवारी, भू अभिलेख निरीक्षक, नायब तहसीलदार, तहसीलदार पदों का कैडर पुनर्गठन किया जाने, नवीन पद सजृत किए जाने, नायब तहसीलदार का पद शत प्रतिशत पदोन्नति पद घोषित करना, पटवारी के लिए स्थानांतरण नियम पुन बहाल करने, पटवारी की ग्रेड पे एवं 8 किए जाने, आरएएस कैडर को रिव्यू किए जाने की मांग की जा रही है।
कर्मचारियों की मांगों को लेकर दो माह में आदेश जारी करने की सहमति बनी थी। उन्होंने बताया कि राजस्थान सेवा परिषद द्वारा 28 अगस्त से कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है और उपखंड मुख्यालयों पर मौजूद रहकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बावजूद भी यदि सरकार ने उनकी मांगों को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई तो कर्मचारी बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे। इस मौके पर कानूनगो संघ अध्यक्ष पपुलाल, पटवार संघ अध्यक्ष मदनलाल दौराता, इंद्र सिंह काजला, सुमेर सिंह, राकेश कुमार, सुरजमल, सुनील कुमार, राजेश कुमार, मनीष, रामस्वरूप, यशपाल, सुशील कुमार, सीताराम, विनोद कुमार, घनश्याम, विकास सहित अनेक कर्मचारी मौजूद थे।