झुंझुनूं-खेतड़ी : गोठड़ा के शहीद धर्मपाल सैनी स्मारक स्थल पर रविवार को सैनिक सम्मान बचाओ यात्रा का खेतड़ी उपखंड के पूर्व सैनिकों ने स्वागत किया। सैनिक सम्मान बचाओ यात्रा के सैनिकों ने गोठड़ा में शहीद धर्मपाल सैनी की प्रतिमा के सामने शहीद को श्रद्धांजलि दी। वहीं शहीद का मां कमला देवी, वीरांगना संतरा देवी, भाई राधेश्याम सैनी और बेटी किरण का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया।
यात्रा में आए हवलदार सुरेश शर्मा ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों ही सरकार सैनिकों के साथ राजनीति कर जातिगत के आधार पर बांटने का प्रयास कर रही है। सैनिकों की कोई जाति नही होती है, सैनिक की सिर्फ एक ही जात होती है वह है भारतवासी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार ने सात दिसंबर 2022 में सैनिकों को छह जातियों में बांट दिया है। सैनिकों के आरक्षण को जातिगत आधार पर न बांटकर एक समान मेरिट बनाए जाने, वनरक्षक भर्ती में शारीरिक दक्षता में रियायत दी जाने, न्यूनतम अंकों की बाध्यता समाप्त करने, केंद्र सरकार की ओआरपी-2 को खत्म करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि पिछले कई महीने से जंतर-मंतर और राजस्थान में अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। सरकार उनकी मांगों को नजर अंदाज कर रही है। उन्होंने बताया कि सैनिक सम्मान बचाओ के लिए खेतड़ी से ही पहल हुई थी। 21 अगस्त बाड़मेर से यात्रा शुरू हुई जो प्रदेश के सभी जिलों से करीब 2500 किलोमीटर दूरी तय कर यात्रा आज झुंझुनूं पहुंचकर समाप्त होगी। सुरेंद्र सिंह निर्वाण फौजी ने कहा कि वनरक्षक भर्ती के फिजिकल में छूट दी जाए, सरकारी नौकरियों में सैनिकों को सभी वर्गों की तरह आरक्षण का दोहरा लाभ मिले, सैन्य सेवा के आधार पर बोनस अंक मिलना चाहिए।
इस दौरान यात्रा में आए कैप्टन केसी चौधरी, हवलदार सुरेश शर्मा, सत्येंद्र मांझू, विनोदसिंह यादव, जयसिंह, संदीप ओला, सतवीर पूनियां, मनोज राड़, पृथ्वीसिंह, जयराम गुर्जर, रतनसिंह का खेतड़ी ब्लॉक के पूर्व सैनिकों की ओर से सम्मान किया गया।