जयपुर : निलंबन पर हाईकोर्ट से स्टे मिलने के बाद जयपुर नगर निगम हेरिटेज की मेयर मुनेश गुर्जर ने गुरुवार को दोबारा पद संभाल लिया। पद संभालते ही स्वायत्त शासन विभाग ने राजेंद्र वर्मा मामले में उनको एक बार फिर नोटिस जारी कर दिया है। इसको लेकर मुनेश आर-पार के मूड में नजर आ रही हैं। उन्होंने कहा, ‘इस पूरे मामले को लेकर अब मैं मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाऊंगी।’
वहीं, कांग्रेस सरकार के ही मंत्री द्वारा लगाए गए आरोपों को उन्होंने सिरे से खारिज किया। मुनेश ने कहा कि मेरी छवि को खराब किया गया है, इसलिए अब यह लड़ाई लड़ना मेरे लिए जरूरी हो गया है। पढ़िए-मीडिया के साथ मेयर मुनेश गुर्जर की खास बातचीत…।
सवाल- फिर से मेयर पद पर जॉइन करने के बाद अब आपकी पहली प्राथमिकता क्या रहेगी?
जवाब- आम जनता की मदद और सेवा करना मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी। उनके रोजमर्रा के काम से लेकर उनके लिए नई सुविधाएं विकसित करना मेरा काम है। इनको और बेहतर ढंग से पूरा करने का प्रयास करूंगी। जयपुर की जनता ने मुझे बहुत प्यार दिया है। मैं पहले भी जनता के बीच सड़कों पर रहकर काम करती थी, आगे भी उन्हीं के बीच रहकर काम करूंगी। यही मेरी पहली प्राथमिकता है।
सवाल- आपकी अपनी ही पार्टी की सरकार ने आपको बर्खास्त कर दिया। इस कार्रवाई के लिए आप किसे जिम्मेदार मानती है?
जवाब- फिलहाल यह प्रकरण कोर्ट में विचाराधीन है। ऐसे में इस मामले को लेकर तो मैं ज्यादा टिप्पणी नहीं करूंगी, लेकिन मेरा सुदर्शन चक्र वाले पर और मेरी पार्टी पर पूरा विश्वास है। माननीय मुख्यमंत्री जी जब भी मुझे मौका देंगे, मैं उनसे मिलकर अपनी बात उनके सामने रखूंगी। मैं हमेशा कांग्रेस के लिए एक सच्ची सिपाही की तरह कार्यकर्ता बनकर लड़ी हूं। जो भी सरकार का आदेश होगा, वह मेरे सिर-माथे पर होगा। मैंने न पहले सरकार की बात कभी टाली, न ही आगे कभी टालूंगी। मेरी पार्टी और सरकार पर मुझे पूरा विश्वास है, जो भी आगे होगा, वह अच्छा ही होगा।
सवाल- मंत्री ने आप पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, कहा- आपको बहुत पहले ही बर्खास्त कर देना चाहिए था?
जवाब- किन लोगों ने क्या कहा, मैं इस पर तो फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगी, क्योंकि मेरा सुदर्शन चक्र वाले पर पूरा विश्वास है। मैं कांग्रेस की सच्ची कार्यकर्ता हूं, लेकिन मेरी छवि को जिस तरह से खराब किया गया है। उसके बाद यह लड़ाई लड़ना मेरे लिए जरूरी हो गया है। इसके बाद भी अगर मुख्यमंत्री जी या पार्टी मुझे कोई आदेश देगी। मैं उस पर भी कुछ कहूंगी नहीं, बल्कि सहर्ष उसे उसी वक्त स्वीकार कर लूंगी।
सवाल- आपके पति सुशील गुर्जर ने आरोप लगाया था कि पार्षद मनोज मुद्गल ने डिप्टी मेयर बनने के लिए यह पूरी साजिश रची है। क्या यह सही है?
जवाब- मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहती, जब आप मेरे पति से मिलेंगे, वही इस पर ज्यादा बेहतर तरीके से जवाब दे पाएंगे। वैसे भी जयपुर की जनता सब जानती है।
सवाल- DLB ने राजेंद्र वर्मा मामले में एक बार फिर नोटिस जारी किए हैं। आपके साथ दूसरे पार्षदों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है, इसका बचाव कैसे करेंगी?
जवाब- इस पूरे मामले को लेकर मैं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर अपनी बात रखने की कोशिश करूंगी ताकि उन्हें भी नगर निगम के इस पूरे घटनाक्रम की हकीकत का पता चल सके। इसके बाद मुख्यमंत्री जी मुझे जो भी आदेश देंगे, वह स्वीकार कर लूंगी।
सवाल- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आपके पति सुशील गुर्जर और आप पर हुई कार्रवाई को सही बताया था, क्या आप भी इसे सही मानती हैं?
जवाब- मुख्यमंत्री जी जो भी कहते हैं, वह सही कहते हैं। उन्होंने जो भी काम किया, वह सही किया है। पर जो भी आरोप मुझ पर लगे, उन्हें साफ (सफाई पेश) करना मेरी जिम्मेदारी है। जिस तरीके से मेरी छवि को खराब किया गया, वह पूरी तरह गलत है। इसीलिए मैं यह लड़ाई लड़ रही हूं।
सवाल- कांग्रेस सरकार के ही मंत्री ने आरोप लगाया कि बिना रिश्वत के आप फाइलों पर साइन नहीं करती थी, क्या यह सही है?
जवाब- उनकी टिप्पणी पर मैं जवाब देना सही नहीं समझती। जयपुर की जनता अगर कोई बात कहती तो मैं उस पर जरूर अपनी बात कहती।