झुंझुनूं-खेतड़ी : मानोता जाटान पंचायत के अटल सेवा केंद्र में गुरुवार को ग्रामीणों की बैठक हुई। इस दौरान ढाणी बाढ़ान को गुढ़ागौड़जी तहसील से हटाकर खेतड़ी तहसील में शामिल करने की मांग को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया।
ढाणी बाढ़ान के ग्रामीणों ने बताया कि वह मानोता जाटान पंचायत के राजस्व गांव से है, जिसे गुढ़ागौड़जी तहसील में शामिल किया जा रहा है। गुढ़ागौड़जी तहसील से ढाणी बाढान गांव करीब 42 किलोमीटर है, जबकि खेतड़ी तहसील मात्र 20 किलोमीटर ही है। जिसमें यह गांव पहले शामिल था। गांव के ज्यादातर लोगों की कृषि भूमि जसरापुर व देवता के अधीन आती है। ये दोनों पंचायतें वर्तमान में खेतड़ी तहसील में ही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि ढाणी बाढान पूर्व में जसरापुर ग्राम पंचायत के अधीन आता था, यदि अब इनको गुढ़ागौड़जी में शामिल कर दिया गया तो ग्रामीणों को दोनों तहसीलों के चक्कर लगाने पड़ेंगे।
ग्रामीणों की ओर से पूर्व में भी खेतड़ी तहसील में ही रखने की मांग की गई थी, लेकिन सरकार की उदासीनता के चलते अब इन्हें गुढ़ागौड़जी तहसील में शामिल कर दिया गया, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की समस्या को लेकर यदि सरकार ने जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
इस मौके पर पूर्व सरपंच नरेंद्र सिंह शेखावत, कर्नल रामोतार सिंह शेखावत, उपसरपंच रिंकू कंवर, भँवर सिंह, सूबेदार गंगाराम, जनक सिंह, आशु सिंह वार्ड पंच, सुरेंद्र सिंह, धर्म सिंह, तनुज सिंह शेखावत, सुमित सिंह शेखावत, विक्रम सिंह, मुकेश सिंह, राजपाल सिंह, ओम कंवर, सनिपाल सिंह, सीताराम सिंह, रणवीर सिंह, नरपाल सिंह, अनूप कुमार और लालचंद कुमावत सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।