अलवर : अलवर में एक दुष्कर्म पीड़िता की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत होने का मामला सामने आया. 24 जुलाई को महिला के देवर ने खेत में उसके साथ दुष्कर्म किया. उसके बाद महिला के विषाक्त खाने का मामला सामने आया. इस पर इलाज के लिए महिला को 28 तारीख को अस्पताल में भर्ती कराया. जहां महिला की मौत हो गई. मृतका के परिजनों ने कहा की ससुराल पक्ष के लोग दुष्कर्म की शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे थे. शिकायत वापस नहीं लेने पर ससुराल पक्ष के लोगों ने महिला को जहर दिया. जिससे उसकी मौत हो गई.
अलवर के मालाखेड़ा थाना क्षेत्र में 24 जुलाई को एक देवर ने भाभी के साथ दुष्कर्म किया था. पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को दी. पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की. ससुराल पक्ष के लोग मामले में शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे थे. लेकिन पीड़िता के उसके पति ने शिकायत वापस नहीं ली. इसी बीच 27 जुलाई को महिला द्वारा जहर खाने का मामला सामने आया. महिला को इलाज के लिए अलवर की राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान गुरुवार को महिला ने दम तोड़ दिया.मामले की जानकारी मिलने के बाद अस्पताल पहुंचे महिला के भाई ने कहा की ससुराल पक्ष के लोगों ने मामला वापस नहीं लेने पर जहर दिया था. इसलिए उसकी बहन की मौत हुई है.
मामले की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची। मालाखेड़ा थाना पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से मृतका का पोस्टमार्टम करवाया और उसके बाद शव परिजनों के सुपुर्त कर दिया. पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है. मालाखेड़ा थाना के एसएचओ मुकेश कुमार ने बताया कि दहेज हत्या और दुष्कर्म दोनों के मामलों में जांच पड़ताल चल रही है. दुष्कर्म के मामले में एक आरोपी पहले गिरफ्तार हो चुका है तो अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है.
परिजनों ने कहा- करते थे टार्चर
मृतका के भाई ने बताया कि ससुराल पक्ष के लोग उसे टॉर्चर करते थे.इससे परेशान होकर 27 जुलाई को महिला ने विषाक्त पदार्थ पी लिया था. जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. साल 2019 में महिला की शादी हुई थी. दहेज हत्या के मामले में ससुर सहित अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.
12 दिन तक अस्पताल में तड़पती रही महिला
दुष्कर्म पीड़िता 12 दिन तक अस्पताल में तड़पती रही.इस बीच मामले में पुलिस द्वारा कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया. हालांकि पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में अस्पताल में महिला के बयान दर्ज किए गए थे. अब दोनों ही मामलों में अलग-अलग जांच टीम जांच पड़ताल में जुटी है.