बांसवाड़ा : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी राजस्थान के दौरे पर हैं। यहां वे बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इसको लेकर मानगढ़ धाम में सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हो चुकी हैं। मानगढ़ धाम पुलिस छावनी में तब्दील हो चुका है। कैबिनेट मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया ने जानकारी देते हुए बताया कि राहुल गांधी का परंपरागत वेश भूषा और गाजेबाजे के साथ भव्य स्वागत किया जाएगा। इस दौरान उनको आदिवासी पगड़ी पहनाई जाएगी।
पीएम मोदी की जनसभा से कई गुणा ज्यादा भीड़ जुटाने की तैयारी
राहुल गांधी की इस सभा को सफल बनाने और शक्ति प्रदर्शन करने के लिए कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है। कई समितियों का गठन कर कंट्रोल रूम बनाया गया है। राहुल गांधी और सीएम अशोक गहलोत का 9 अगस्त की दोपहर में मानगढ़ जनसभा में पहुंचने का कार्यक्रम है। मानगढ़ धाम पर सभा की तैयारियों जोर-शोर से जारी हैं। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, राष्ट्रीय सचिव और सह प्रभारी काज़ी निजामुद्दीन, अमृता धवन, वीरेंद्र सिंह राठौड़, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, सीएम ओएसडी लोकेश शर्मा समेत कई नेता-पदाधिकारी बांसवाड़ा में डेरा डाले हुए हैं। इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी भी मंगलवार को बांसवाड़ा दौरे पर हैं। कांग्रेस नेताओं का दावा है कि अब तक की पीएम मोदी की सभी सभाओं में जितनी भीड़ नहीं जुटी उतनी राहुल की एक सभा जुटेगी।
पुलिस-प्रशासन विशेष रूप से अलर्ट
मानगढ़ में राहुल गांधी की जनसभा को लेकर स्थानीय प्रशासन और पुलिस अलर्ट है। जनसभा में लाखों लोगों की भीड़ के मद्देनजर 1400 से ज्यादा पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात रहेंगे। 30 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 40 डीएसपी रैंक के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। 250 सीआई, एसआई और 200 एएसआई, 880 हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल जनसभा में तैनात रहेंगे। जनसभा स्थल पुलिस छावनी से घिरा हुआ नजर आएगा। काले कपड़े और संदिग्ध वस्तुओं की चेकिंग की जाएगी। थ्री लेयर सुरक्षा का घेरा राहुल गांधी को लेकर रहेगा। पुलिस ड्रोन कैमरे की मदद से जनसभा पर पैनी नजर रखेगी।
कांग्रेस की आदिवासी वोट बैंक पर नजर
कांग्रेस पार्टी की आदिवासी वोट बैंक पर खासतौर पर नजर है। दक्षिणी राजस्थान के आदिवासी बाहुल्य इलाकों में कांग्रेस चुनाव में अच्छा कम बैक करना चाहती है। पिछली बार जिन सीटों को कांग्रेस ने गंवा दिया था उन पर भी पार्टी फोकस कर जीत की रणनीति के साथ काम कर रही है। राहुल गांधी की मानगढ़ में सभा के पीछे की वजह आगामी विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव है। इस साल के अंत में राजस्थान और उसके पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं, मानगढ़ की सीमाएं मध्यप्रदेश और गुजरात से लगती हैं। यहां राहुल की सभा करवाकर कांग्रेस आदिवासी मतदाताओं को साधने और बड़ा सियासी संदेश देने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस का चुनावी शंखनाद
राहुल गांधी की इस जनसभा को कांग्रेस का चुनावी शंखनाद माना जा रहा है। जनसभा से पहले राहुल गांधी मानगढ़ धाम में पूजा अर्चना करेंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ डोटासरा, प्रभारी रंधावा, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, प्रभारी सुखजिंदर रंधावा सहित कई अन्य नेता भी जनसभा को संबोधित करेंगे।
कांग्रेस सरकार आदिवासियों को सौगात देगी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया से चर्चा में कहा कि मानगढ़ धाम में कांग्रेस की सभा अब तक की सबसे बड़ी होगी। पीएम की यहां हुई सभा से 6 गुना ज्यादा लोग राहुल गांधी की सभा में जुटेंगे। मानगढ़ धाम पहाड़ी पर है। सभा में इतने लोग आएंगे कि लाइनें लगेगी, जाम लगेंगे, उनकी व्यवस्था कैसे हो हमें इसकी चिंता है। लाखों लोग खुद आदिवासी क्षेत्रों और आसपास के जिलों से मानगढ़ धाम पर आएंगे। क्योंकि आदिवासियों का कांग्रेस से गहरा लगाव रहा है। उन्होंने कहा बीजेपी की केंद्र में सरकार ने 9 साल में आदिवासियों के लिए कुछ नहीं किया। लेकिन, कांग्रेस ने सरकार में रहते हुए बहुत कुछ किया। पीएम मोदी यहां आए तब आशा थी कि वह मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय तीर्थ स्मारक घोषित करेंगे, लेकिन उन्होंने आदिवासियों को निराश किया। अब कांग्रेस सरकार आदिवासियों को ऐसी सौगात देगी कि याद रखा जाएगा।
ये नेता रहेंगे मौजूद
कार्यक्रम में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, सीएम अशोक गहलोत, कैबिनेट मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय, जनजाति राज्य मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया, गोविंद सिंह डोटासरा, सुखविंदर सिंह रंधावा के अलावा कांग्रेस के करीब 25 से ज्यादा नेता इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। करीब 25 से ज्यादा मंत्री लोग इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। मंत्री ने आगे कहा कि पीएम मोदी यहां आए थे उस दौरान उन्होनें मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित नहीं किया। मानगढ़ धाम जनजाति क्षेत्र की आस्था का केंद्र हैं।
2018 के चुनाव में कांग्रेस को हुआ बड़ा नुकसान
आदिवासी कांग्रेस का बड़ा वोट बैंक रहा है, लेकिन पिछले कुछ चुनावों में कांग्रेस को यहां पर मुंह की खानी पड़ी। पिछले चुनाव में बीटीपी जैसी पार्टियों ने कांग्रेस के वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी की इससे कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा। बता दें कि दक्षिण राजस्थान में विधानसभा की 28 सीटें है। 2018 के चुनाव में कांग्रेस को केवल 10 सीटों पर जीत मिली। वहीं 15 सीटें बीजेपी के खाते में, 2 सीटें बीटीपी के खाते में जबकि 1 सीट पर निर्दलीय को जीत मिली थीं।
आदिवासियों की शहादत का धाम है मानगढ़
भील नेता गोविंद गुरु की अगुवाई में आदिवासियों ने अंग्रेजों के खिलाफ यहीं पर अंतिम और निर्णायक जंग लड़ी थी। इसी से बौखलाए अंग्रेजी शासन ने 17 नवंबर 1913 को बांसवाड़ा के मानगढ़ में करीब 1500 भील आदिवासियों को मौत के घाट उतार दिया था। उनकी याद में मानगढ़ पहाड़ी पर एक स्मारक बनाया गया था। इसे मानगढ़ धाम कहते हैं।