उदयपुर : पुलिस को फोन कर कहा- मैंने बेटे को मार दिया:मां बोली- जल्दी से पुलिस भेजो; रस्सी से गला घोंटा है, 4 मिनट तक तड़पता रहा मासूम

हेलो…

आप पुलिस कंट्रोल रूम से बोल रहे हैं…

मैंने मेरे बेटे को मार दिया है, जल्दी से पुलिस को भेजो।

इस एक फोन कॉल के आते ही पुलिस कंट्रोल रूम में तहलका मच गया। एक बिजनेसमैन की पत्नि ने अपने 14 साल के बेटे को मारने के बाद पुलिस को कॉल किया और अपने घर का एड्रेस भी बताया। इसके बाद कंट्रोल रूम ने तुरंत संबंधित थाने को सूचित किया। पुलिस ने हत्या की आरोपी मां को डिटेन कर लिया और पूछताछ की जा रही है। यह सनसनीखेज मामला उदयपुर का है।

अंबामाता थाना क्षेत्र के सहेली नगर इलाके में रहने वाली मनीषा (37) ने अपने 14 साल के मासूम बेटे पुरंजय पारीख की हत्या कर दी। रविवार सुबह करीब 6.30 बजे कपड़े सुखाने वाली रस्सी से उसका गला घोंट दिया।

मानसिक स्थिति ठीक नहीं है

अंबामाता थानाधिकारी हनुवंत सिंह राजपुरोहित ने बताया- घटना सुबह 6.30 बजे के करीब की है। पुरंजय सो रहा था। मनीषा ने सिरहाने से आकर पुरंजय के गले में कपड़ा सुखाने वाली रस्सी डाल दी। बेटे ने 3 से 4 मिनट तक संघर्ष किया और फिर उसकी जान निकल गई। इसके बाद मनीषा ने ही करीब 7 बजे कंट्रोल रूम को कॉल किया। उसने खुद बताया कि वो अपने बेटे को मार चुकी है। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा खुलवाया।

हत्या के कारण को लेकर परिवार वालों से पूछताछ की गई। इसमें किसी भी प्रकार के झगड़े या विवाद की बात सामने नहीं आई। परिवार वालों ने बताया कि मनीषा मानसिक रूप से बीमार है। उसका 2018 से इलाज चल रहा है। गुस्से में आकर उसने बेटे की हत्या कर दी है। पुलिस मेडिकल दस्तावेजों की जांच के आधार पर आगे बढ़ रही है।

पिता मॉर्निंग वॉक पर थे, घर में दादा-दादी और ताऊ थे

थानाधिकारी हनुवंत सिंह राजपुरोहित ने बताया कि पिता दीपक पारीख (44) की इलेक्ट्रॉनिक्स की शॉप है, वे रविवार सुबह-सुबह मॉर्निंग वॉक पर गए थे। मनीषा ने पति दीपक को मॉर्निंग वॉक से वापस आते वक्त सब्जी लाने के लिए कॉल भी किया था। ग्राउंड फ्लोर पर दादा, दादी और फर्स्ट फ्लोर पर दीपक पारीख का परिवार रहता है। घटना के वक्त ग्राउंड फ्लोर पर दादा, दादी और ताऊजी थे।

इसी बालकनी के जरिए घर के बाहर सीढ़ियां लगाकर पुलिस अंदर पहुंची थी। जहां पुरंजय की लाश पड़ी थी।
इसी बालकनी के जरिए घर के बाहर सीढ़ियां लगाकर पुलिस अंदर पहुंची थी। जहां पुरंजय की लाश पड़ी थी।

थानाधिकारी ने कहा कि यहां पहुंचने पर सबसे पहले ग्राउंड फ्लोर पर रह रहे परिजनों से बातचीत हुई। जब उनसे मनीषा के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि वो बेटे के साथ ऊपर वाले फ्लोर पर है। इस दौरान जब दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया तो अंदर से कोई हलचल नहीं हुई। इसके बाद पुलिस बाहर की तरफ से सीढ़ियां लगाकर फर्स्ट फ्लोर पर पहुंची और दरवाजा खुलवाया।

इसी घर में 14 साल के मासूम की उसी की मां ने रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी है।
इसी घर में 14 साल के मासूम की उसी की मां ने रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी है।

पड़ोसियों ने बताया 3 दिन पहले ही मनाया था बर्थडे

सहेली नगर निवासियों ने बताया कि 3 दिन पहले 27 जुलाई को पारीख परिवार ने पुरंजय का बर्थडे मनाया था। आसपास के लोगों ने कहा कि महिला को मानसिक रूप से बीमार कभी नहीं देखा गया है। हो सकता है कि परिजनों ने इस बीमारी के बारे में छुपाया हो। मनीषा अक्सर बाहर दिखती थी। परंतु बीमार कभी नहीं लगी।

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