बीकानेर-खाजूवाला : खाजूवाला में दलित युवती की हत्या और गैंगरेप के मुख्य आरोपी दिनेश बिश्नोई ने बंद पड़े स्कूलों में छिपकर पिछले दस दिनों तक फरारी काटी थी। वह सीकर से वापस अपनी बहन के घर जोधपुर जाने वाला था, लेकिन शुक्रवार को सीकर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी दिनेश ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह थाने के बर्खास्त सिपाही मनोज और मृतक छात्रा को कई महीनों से जानता था। घटना के दिन भी उसकी मृतक छात्रा से फोन पर बात हुई थी। आरोपी की कॉल डिटेल से भी इस बात की पुष्टि हुई है। शनिवार को बीकानेर पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां उसे पांच दिन के रिमांड पर भेजने के आदेश हुए। पुलिस अब आरोपी से उसके अन्य ठिकानों और मृतक छात्रा की मौत से जुड़े तथ्य जुटाएगी।
FSL रिपोर्ट के लिए एसपी ने लिखा पत्र
गैंगरेप और दुष्कर्म पीड़िता की मौत से जुड़ी एफएसएल रिपोर्ट के लिए एसपी तेजस्वनी गौतम ने क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला के उच्चाधिकारियों को डीओ लेटर लिखा है। एडिशनल एसपी दीपक शर्मा ने बताया कि एफएसएल रिपोर्ट मिलने के बाद आरोपियों के खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई में तेजी आएगी।
बहन के घर भी नहीं मिली पनाह
एसपी तेजस्वनी गौतम ने कहा कि आरोपी दिनेश बिश्नोई ने खाजूवाला से फरार होने के बाद जिले के बंद पड़े स्कूलों और मंदिरों में रात गुजारी। पुलिस से छिपते-छिपते वह जोधपुर अपनी बहन के घर गया, लेकिन वहां भी उसे पनाह नहीं मिली। आखिरकार उसने ट्रकों में बैठकर राजस्थान से भागने का प्लान बनाया। लेकिन बीकानेर पुलिस के इनपुट पर उसे सीकर से पकड़ लिया गया।
एसपी तेजस्वनी गौतम ने कहा कि आरोपी ने मृतक छात्रा से दुष्कर्म की बात कबूली है। उसने खाजूवाला थाने के बर्खास्त सिपाही मनोज और निलंबित सिपाही भागीरथ को लेकर भी कई बातें बताई, जिनके आधार पर पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। एसपी गौतम ने कहा कि अब तक इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्य आरोपी दिनेश की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे घटना स्थल और उसके फरारी काटने वाले ठिकानों पर लेकर जा सकती है।