टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने गए यात्री अब हमारे बीच नहीं रहे। गुरुवार को पनडुब्बी की कंपनी ओशन गेट ने कहा कि पांचों यात्रियों की मौत हो गई है। हमें इन लोगों की जान जाने का बहुत दुख है। दरअसल, पनडुब्बी अटलांटिक महासागर में अप्रैल 1912 में डूबे टाइटैनिक जहाज के मलबे को दिखाने ले गई थी। पनडुब्बी ऑपरेट करने वाली कंपनी OceanGate ने इस बात की पुष्टि करते हुए श्रद्धांजलि व्यक्त दी है। अमेरिकी कोस्ट गार्ड के रियर एडमिरल जॉन मॉगर ने बताया है कि पनडुब्बी के पांच हिस्से टाइटैनिक जहाज के मलबे के अगले हिस्से के 1600 फीट नीचे मिले हैं।
पनडुब्बी से भारी विस्फोट की आवाज आई
अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने पनडुब्बी में भारी विस्फोट की आवाज़ सुनी थी। टाइटन से संपर्क टूटने के बाद बचाव ऑपरेशन में लगे अमेरिकी कोस्ट गार्ड के लोगों को जबरदस्त विस्फोट सुनाई दिया। 18 जून को OceanGate कंपनी की यह पनडुब्बी सफर पर निकली थी, लेकिन शुरुआती 2 घंटों में ही इससे संपर्क टूट गया था।
कौन पांच लोग थे सवार
पनडुब्बी टाइटन में सवार पांच लोगों में से पिता-पुत्र शहज़ादा और सुलेमान दाऊद के परिवार वालों ने उनके निधन पर शोक जाहिर किया है। हमिश हार्डिंग के परिवार वालों ने उन्हें याद किया है। इस पनडुब्बी में दुनिया के जाने-माने अरबपति सवार थे। इसमें OceanGate के सीईओ स्टॉकटन रश, शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद, हामिश हार्डिंग, और पॉल-हेनरी नार्जियोलेट शामिल थे।
2 घंटे बाद टूट गया था संपर्क
समुद्र की 12,500 फीट गहराई में टाइटैनिक का मलबा देखने जाने, वहां घूमने और वापस आने तक में आठ घंटे का सफर लगता है। इसमें दो घंटे जाने में खर्च होते हैं। चार घंटे मलबा देखने और 2 घंटा लौटने में लगता है। लेकिन 18 जून जब ये पनडुब्बी रवाना हुई इसके 2 घंटे के बाद से संपर्क टूट गया।
परिवार के साथ हमारी संवेदनाएं
यात्रियों के बारे में पनडुब्बी के मालिक ने कहा कि यात्री सच्चे खोजकर्ता थे। यात्रियों में साहस और महासागरों की खोज के लिए जुनून था। इस दुखद समय में मृतकों के परिवार के साथ हमारी संवेदनाएं हैं। हमें इसका दुख है। बता दें, पनडुब्बी रविवार सुबह छह बजे उत्तर अटलांटिक में अपनी यात्रा पर रवाना हुई थी। उस समय चालक दल के पास चार दिन की ऑक्सीजन थी। अभियान में 96 घंटे बीत चुके थे और पनडुब्बी में ऑक्सीजन खत्म हो गई थी।
पनडुब्बी का मलबा मिला
एक दिन पहले अमेरिकी तटरक्षक ने कहा था कि जहां टाइटैनिक का मलबा है, वहीं पनडुब्बी का मलबा मिला है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह मलबा लापता पनडुब्बी से जुड़ा है या नहीं। अधिकारियों ने गुरुवार को ट्वीट किया कि अधिकारी जानकारी का मूल्यांकन कर रहे हैं।
पनडुब्बी में यह यात्री थे
पनडुब्बी में टाइटैनिक जहाज के अवशेष को देखने के लिए पांच सदस्यों को ले जाने की क्षमता थी। इसमें सवार एक यात्री ब्रिटिश व्यवसायी हैं। व्यापारी हामिश हार्डिंग (58) एविएटर, अंतरिक्ष पर्यटक और दुबई स्थित एक्शन एविएशन के अध्यक्ष थे। हामिश हार्डिंग वही शख्स थे, जिन्होंने नामीबिया से चीता लाने की परियोजना में भारत सरकार का सहयोग किया था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटिश-पाकिस्तानी व्यवसायी शहजादा दाऊद और उनका बेटा सुलेमान भी यात्रियों की सूची में शामिल है। शहजादा दाऊद पाकिस्तान के सबसे बड़े समूहों में से एक एंग्रो कॉर्पोरेशन के उपाध्यक्ष थे, जिनका उर्वरक, वाहन निर्माण, ऊर्जा और डिजिटल तकनीकों में निवेश था। एक वेबसाइट के अनुसार वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ ब्रिटेन में रहते थे।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ओशनगेट के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) स्टॉकटन रश और फ्रांसीसी पायलट पॉल-हेनरी नार्गोलेट भी इस पनडुब्बी में सवार थे।
लापता पनडुब्बी प्रमुख की पत्नी टाइटैनिक पीड़ितों की वंशज
लापता पनडुब्बी में सवार लोगों में से एक स्टॉकटन रश की शादी उन दो प्रथम श्रेणी के यात्रियों के वंशज से हुई, जिनकी 1912 में टाइटैनिक हादसे में मौत हो चुकी है। रश की शादी वेंडी से हुई जो पनडुब्बी संचालन करते हैं। रश इसिडोर व इडा स्ट्रॉस की परपोती हैं। इससे पहले टाइटैनिक का मलबा देख चुके जर्मनी के सेवानिवृत्त कारोबारी आर्थर लोइबल ने दो साल पहले की इस रोमांचकारी यात्रा को ‘कामीकेज (आत्मघाती) अभियान’ बता चुके हैं।