नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर लगे यौन उत्पीडऩ मामले में तीन देशों के कुश्ती फेडरेशन से सहयोग मांगा है। पुलिस ने कजाकिस्तान, मंगोलिया व इंडोनेशिया के देशों को नोटिस भेजकर सीसीटीवी फुटेज व फोटो देने को कहा है। पहलवानों ने इन देशों में हुई कुश्ती प्रतियोगिता के दौरान बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीडऩ के आरोप लगाए हैं।
इसके अन्य देश में भी नोटिस भेजकर अन्य जगहों से भी फुटेज मांगी है। दूसरी तरफ एक पीडि़त महिला पहलवान ने बयान दिए हैं कि बृजभूषण की मांगों को पूरा नहीं करने पर उसे इतना परेशान किया गया था कि वह डिप्रेशन में चली गई और उसने खुदकुशी का सोच लिया था। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ सूत्रों ने बताया कि यौन उत्पीडऩ के इस मामले में इसी सप्ताह में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर देगी।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ सूत्र के अनुसार पीडि़त एक बालिग पहलवान ने आरोप लगाया है जब वह मंगोलिया में २०२२ में हुई एशियन चैंपियनशिप में भाग ले रही थी उस समय उसके साथ छेड़छाड़ की गई। मंगोलिया में ही वर्ष २०१६ में दूसरी महिला पहलवान के साथ भी छेड़छाड़ हुई थी। दर्ज प्राथमिकी में दूसरी महिला पहलवान ने आरोप लगाए हैं कि उसने कगाकिस्तान में हुई जूनियर एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था।
इसके बाद वह अपने कमरे में सो रही थी। तभी कमरे में एक व्यक्ति आया और कहा कि उसे बृजभूषण बुला रहे हैं। उसे लगा कि डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष उसे बधाई देने के लिए बुला रहे हैं। यहां पर आरोपी ने उसका यौन शोषण किया। इसके बाद आरोपी लगातार परेशान करता रहा। इसी तरह तीसरी महिला पहलवान ने जर्काता, इंडोनेशिया में वर्ष २०१८ में हुए एशियन गेम के दौरान छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए हैं।
खुदकुशी का सोच लिया था-पीडि़त बालिग पहलवान
एक बड़ा अवार्ड जीत चुकी इस पीडि़त महिला पहलवान ने आरोप लगाया है कि वर्ष २०१६ में मंगोलिया में आरोपी ने उसे डिनर के लिए बुलाया। आरोप है कि यहां पर आरोपी ने उसके शरीर पर कई जगह हाथ मारा। इसके बाद कर्नाटक में सितंबर, २०१७ में छेड़छाड़ की गई। विरोध करने पर उसे कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया। इसके बाद उसे तरह-तरह से परेशान किया जाने लगा। उसे डराया जाने लगा। वह इस कदर अवसाद में चली गई थी कि उसके मन में खुदकुशी का विचार आ गया था। इसके बाद ही खेल मंत्रालय की कमेटी ने जांच शुरू की थी।
ओवरसाइट कमेटी की जांच पर उठाए सवाल-
दिल्ली पुलिस में यौन उत्पीडऩ की प्राथमिकी दर्ज कराने वाली पीडि़त महिला पहलवानों ने दोनों की प्राथमिकी में खेल मंत्रालय की ओवर साइट कमेटी की जांच पर सवाल उठाए हैं। पीडि़त पहलवानों ने कहा है कि ओवर साइट कमेटी के सामने उनके बयान कैमरे के सामने दर्ज किए गए। बयानों के दौरान देखा कि कैमरे को बार-बार बंद व चालू किया जा रहा था। उन्होंने संदेह है कि उनका पूरा बयान कैमरे के सामने दर्ज नहीं हुए हैं।